हाल ही मे केन्द्र सरकार द्वारा सेल के 10℅ शेयर बेचने की घोषणा के खिलाफ और सेल कर्मचारियों का वेतन समझौता जल्द करने की माँगो को लेकर स्टील वर्कर्स फेडरेशन आफ इंडिया के आह्वान. पर स्थानीय हिन्दुस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन सीटू के नेतृत्व में खदान कर्मियो ने आज माइंस आफिस के सामने प्रदर्शन किया ।
इस प्रदर्शन मे शामिल कर्मचारियों ने केंद्र सरकार व सेल के उच्च प्रबंधन के रवैये के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए सेल के शेयर बिक्री के निर्णय को वापस लेने व जल्द से जल्द वेज रिवीजन करने की माँग की ।उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए यूनियन के अध्यक्ष प्रकाश सिंह क्षत्रिय ने कहा कि आजादी के समय से अब तक हमारी कंपनी सेल ने देश की अधोसंरचना बनाने व विकास मे महत्वपूर्ण योगदान दिया है ।यह योगदान वर्तमान में भी
जारी है ।जिस कंपनी मे 90 हजार करोड़ रुपये लगाकार आधुनिकीकरण व विस्तारीकरण किया गया है , सरकार उसे वर्तमान शेयर मूल्य पर कौडियों के मोल बेंच देना चाहती है ।सरकार का यह कदम सेल के निजीकरण का रास्ता साफ कर रहा है । सीटू प्रारंभ से ही किसी भी सरकारी संस्थान के निजीकरण व विनिवेश के खिलाफ संघर्षरत है ।हम सरकार के इस देश विरोधी फैसले की कडी निंदा करते हुए इसे तत्काल वापस लेने की माँग करते है ।
यूनियनके सचिव पुरषोत्तम सिमैया ने कहा कि सेल कर्मचारियों का वेतन समझौता 4 साल से लंबित है। सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों व प्रबंधन के नकारात्मक रवैए के कारण वेज रिवीजन मे हुई देरी से कर्मचारी बेहद आक्रोशित है । पिछले एनजेसीएस बैठक मे प्रबंधन द्वारा दिए गए नकारात्मक प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया गया है ।आगामी 20 जनवरी की बैठक मे प्रबंधन को ठोस व सकारात्मक प्रस्ताव के साथ आना चाहिए,ताकि जल्द से जल्द
वेतन समझौता हो सके । नहीं तो कर्मचारी उग्र आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे ।यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र सिंह ने कहा कि पूरे सेल के उत्पादन में ठेका मजदूरों का भी बहुत बडा योगदान है इसलिए हमारी मांग के अनुसार ठेका मजदूरों का भी एनजेसीएस मे ही तय किया जाना चाहिए । प्रदर्शन के दौरान ही सेल चेयरमैन नई दिल्ली, व डायरेक्टर इन्चार्ज भिलाई इस्पात संयंत्र को संबोधित ज्ञापन उपमहाप्रबंधक कार्मिक को सौंपा गया । प्रदर्शन मे प्रकाश क्षत्रिय, पी सिमैया, ज्ञानेंद्र सिंह, सुजीत मुखर्जी, विजय शर्मा, विनोद मिश्रा, प्रशांत, रामाधीन, उमेश दन्डाले, मुकेश मानस, सुजीत मन्डल,घनश्याम शर्मा, बी एल रोकडे, नकुल देवांगन, इन्द्रदमन, अजय चौबे, रज्जी, रविन्द्र रेड्डी, गजेंद्र साहू, एडमिन डेविड, कीर्तन, रामलू, समेत सैकडों लोगों ने हिस्सेदारी की ।