जगदलपुर। 12 अप्रैल 2021 को भानपूरी थाना क्षेत्र के बस्तर ब्लॉक के चपका ग्राम में निजी उद्योग को लेकर जनसुनवाई आयोजित की गई थी. इस दौरान नारायणपुर विधायक और हस्त शिल्प बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप के वाहन का घेराव कर उन पर हमला कर दिया था जिनके हमलावरों को तीन माह के बाद पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई। .नाराज ग्रामीणों की आड़ में तथाकथित भाजपा के लोगों ने इन पर हमला किया था जिसके बाद बहुत बवाल मचा था किंतु उसके बाद भी पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं किया जाना कई संदेहों को जन्म दे रहा है।
ज्ञात हो कि जगदलपुर के सराफा व्यापारी सिसोदिया पर हमले के बाद पुलिस ने दस हजार रुपए का ईनाम घोषित किया था किंतु इस मामले पुलिस की कार्यवाही सवालों के घेरे में हैं।
भानपुरी थाना क्षेत्र के चपका ग्राम पंचायत में एक जनसुनवाई के दौरान विधायक चंदन कश्यप पहुंचे थे और जनसुनवाई से वापस लौटने के दौरान ग्रामीणों की शक्ल में कुछ भगवाधारी गुंडे पत्थर व डंडे के जोर पर हमला कर दिया। इस घटना में भले ही विधायक चंदन कश्यप बाल-बाल बचे किंतु उनके सहयोगियों को बहुत मार पड़ा। लेकिन सवाल यह है कि पुलिस विभाग के आधा दर्जन से अधिक खुफिया एजेंसियों को ऐसे घटनाओं के घटित होने की जानकारी नहीं होना कई तरह की सवालों को जन्म दिया है। नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा अब अपने खुफिया एजेंसियों को मजबूत करना होगा और पूराने अधिकारी व कर्मचारियों को खदेड़ना होगा जिसकी वजह से पुलिस की कार्यप्रणाली सुधरे। दूसरी तरफ यह चर्चा भी जोरों पर है कि सराफा व्यापारी सिसोदिया के हमलवारों को पकड़ने दस टीम दौड़ रही है किंतु उनके हाथ पांच दिनों बाद भी खाली है।