दशहरा के दिन पुतला दहन के बाद विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किए जाते थे, लेकिन कोरोना काल को देखते हुए कुछ समितियों द्वारा कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में दशहरा उत्सव पखवाड़े भर तक चलता है। माना जा रहा है कि यह परंपरा इस वर्ष भी जारी रहेगी।
नगर में इस बार कोरोना काल को देखते हुए प्रशासन के दिशानिर्देश का पालन न कर सकने के कारण फुटबॉल ग्राउंड स्टेडियम में किया जाने वाला क्षेत्र का सबसे भव्य दशहरा उत्सव को स्थगित करने से आम जनता के बीच निराशा होना पड़ रहा है | वहीँ श्रमिक दुर्गोत्सव एवं दशहरा समिति कैंप न 1 दल्लीराजहरा द्वारा दशहरे का पर्व भव्य होने की सम्भावना बन गई है चूँकि पौराणिक कथा के अनुसार दशहरा के दिन भगवान राम ने रावण का वध करके बुराई पर अच्छाई की जीत हासिल की थी. भारत अपनी शानदार सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए हर साल इस त्योहार को बड़े ही धूम धाम से मनाता आया है. इसे दशहरा या विजयदशमी के नाम से जाना जाता है. यह त्यौहार पूरे देश में पारंपरिक उत्साह, भक्ति और उल्लास के साथ मनाया जाता है |
पुराना बाजार में कैंप न 1 में आज दशहरा उत्सव का कार्यक्रम संध्या 6.30 बजे रंगीन आतिशबाजी के साथ प्रारंभ होगा व रावण वध किया जायेगा एवं रात्रिकालीन कार्यक्रम के अंतर्गत 9 बजे रंगारंग कार्यक्रम किया जायेगा जिसमे “लोक सरगम” छुईहा गरियाबंद के कलाकारों द्वारा संगीतमय सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा |
सिटी मीडिया समस्त नगरवासियों/ग्रामीणवासियों से अनुरोध है कि कोरोना के नियमों का पालन करते हुए मास्क व सोशल डिस्टेसिंग का पालन अवश्य करें |