राजहरा नगर पालिका के दामन में लगे हैं गंदगी के दाग

0
48
  • पालिका दफ्तर के पीछे की नाली बजबजा रही गंदगी से
  • नगर में चारों ओर व्याप्त है अव्यवस्था का आलम

दल्लीराजहरा जिसका अपना खुद का घर गंदगी और अव्यवस्था से भरा हो, उस रहनुमा से बस्ती की अच्छी व्यवस्था की उम्मीद हरगिज नहीं की जा सकती। नगर पालिका दल्ली राजहरा के जो रहनुमा दफ्तर में एसी की शीतलता के बीच शुद्ध वातावरण में सांस लेते हैं, उन्हें शहर के लोगों की शायद कोई परवाह ही नहीं रह गई है। यही वजह है कि समूचा नगर आज बदइंतजामी के कड़वे घूंट पीने को मजबूर हो गया है।

नगर के भाजपा नेता रंजन यादव ने कहा है कि पूरे शहर में चारों ओर गंदगी पसरी नजर आ रही है। नालियां बजबजा रही हैं, हर तरफ कूड़े के ढेर नजर आ रहे हैं। दमघोंटू गंदगी ने शहरवासियों का सुख चैन छीन लिया है। लोग शहर के रहनुमाओं को कोस रहे हैं, मगर लगता है कि इन रहनुमाओं को कोई फिक्र ही नहीं है। श्री यादव ने कहा है कि नगर पालिका के अधिकारी – कर्मचारी और चुने हुए जनप्रतिनिधि अपने कर्तव्य से विमुख हो चले हैं। जनता का दुख दर्द को समझने और तकलीफ दूर करने की दिशा में वे जरा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। नगर की सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमराई गई है। वार्डों की गलियों, नालियों, सड़कों से लेकर बाजारों तक में गंदगी का ही मंजर है। जगह जगह कूड़े करकट के ढेर लग गए हैं, नालियां गंदगी से बजबजा रही हैं। रंजन यादव ने बताया कि कचरे से ज्यादातर इलाकों की नालियां जाम हो गई हैं, गंदगी और वेस्टेज पानी का बहाव नहीं हो पा रहा है। नतीजतन नालियों की गंदगी उफन कर सड़कों पर पसर रही है। कचरे के ढेरों और नालियों से उठने वाली असहनीय बदबू ने लोगों की नाक में दम कर रखा है। शहरवासियों को नाक पर रुमाल रखकर घर से निकलना पड़ता है। वार्डों में सफाई कर्मी कभी कभार ही पहुंचते हैं। सफाई के बाद कचरे को सड़क किनारे छोड़ जाते हैं। नालियों की सफाई कई माह से नहीं हुई है। नालियों में गंदा पानी व गंदगी के जमाव से मच्छर पनप रहे हैं। मच्छरों की आबादी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। मच्छरों के काटने के कारण लोग चैन से सो नहीं पाते। मलेरिया, डेंगू से लोग पीड़ित हो रहे हैं। निजी व सरकारी अस्पतालों में इन रोगों से पीड़ित मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।

हद हो गई लापरवाही की

पालिका प्रशासन की लापरवाही की हद का आलम यह है कि जिस नगर पालिका कार्यालय में सीएमओ और नगर पालिका अध्यक्ष, पीआईसी मेंबर्स व पार्षद बैठते हैं, वह भी गंदगी से घिरा हुआ है। नगर पालिका कार्यालय के ठीक पीछे स्थित वार्ड क्रमांक 4 एकलव्य नगर की ऐसी स्थिति है कि पूछो मत। यह वार्ड भी गंदगी की चपेट में है। वार्ड की ऐसी स्थिति कैसे बन गई, यह सोचकर लोगों को आश्चर्य होता है। एकलव्य नगर के मुख्य मार्ग पर स्थित पुलिया व नालियों की सफाई नहीं कराई जा रही है। नालियां और पुलिया कचरा व गोबर से भर गए हैं। वहां से बहुत ही बुरी बदबू उठ रही है। राह गुजरते लोग उल्टियां करने लगते हैं। रंजन यादव ने सवाल उठाया है कि जब पालिका प्रशासन को अपने पीठ पीछे की ही सुध नहीं है, तब उससे शहर के अन्य भागों की व्यवस्था सुधारने की उम्मीद कैसे की जा सकती है भला?