Big Breaking – 102 महतारी एक्सप्रेस बंद करने की चेतावनी

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रायपुर – छत्तीसगढ़ में 102 एंबुलेंस सेवा दे रही एजेंसी ने स्वास्थ्य विभाग को 31 जुलाई को अपनी सेवाएं बंद करने की चेतावनी दी है।  जानकारी के अनुसार कंपनी जीवीके-ईएमआरआई 31 जुलाई से एंबुलेंस का संचालन बंद करने का फैसला ले लिया है। कंपनी ने यह जानकारी विभाग को दे दी है। साथ ही अपने 1750 अधिकारी कर्मचारियों को सेवा समाप्ति का नोटिस भी जारी कर दिया है। इधर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कोरोना महामारी के बीच सरकार से अधिक राशि वसूलने के लिए कंपनी दबाव बना रही है।

जीवीके इमरजेंसी मैनेजमेंट संस्था के माध्यम से अगस्त 2013 से राज्य में ‘102 महतारी एक्सप्रेस’ एम्बुलेंस सेवा का संचालन किया जा रहा है। इस सेवा के अंतर्गत संस्था द्वारा गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को निशुल्क अस्पताल ले जाया जाता है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि महतारी एक्सप्रेस सेवा का टेंडर अगस्त 2018 में समाप्त होने पर टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से जीवीके संस्था को एक्सटेंशन दिया गया।

जुलाई 2018 में कंपनी से अनुबंध समाप्त हो गया था। मगर विभाग द्वारा कहा गया कि नए टेंडर तक सेवाएं जारी रखें। चौथा टेंडर निकाला जाएगा, मगर यह कोरोना काल में ठंडे बस्ते में चला गया है। तीन बार टेंडर किया गया, लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। इसके कारण जीवीके इमरजेंसी मैनेजमेंट कंपनी को एक्सटेंशन दिया गया है। कंपनी चाहती है कि काम न करने या शिकायतों पर इनके ऊपर किसी तरह की पेनाल्टी न लगे, साथ ही तय राशि बढ़ाई जाए। 

प्रदेश में अगस्त 2013 से शुरू हुई 102 महतारी एक्सप्रेस से अब तक 42 लाख गर्भवती माताएं और उनके बच्चे लाभान्वित हो चुके हैं। इससे गर्भवतियों को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। जिससे मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। एंबुलेंस के अंदर आपात स्थिति में डिलीवरी करवा कर जान भी बचाई गई। जीवीके कंपनी की बात करें तो जिले में 90 व राज्य भर में 2800 से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं। जो 102 की 379 एम्बुलेंस व 108 की 330 एम्बुलेंस काे चलाने का काम कर रहे हैं। बालोद सहित बाकी जगहों में रोजाना 108 संजीवनी में औसतन 4 मामले व 102 महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस में 6 से ज्यादा मामले आते हैं।