खुद को बैंककर्मी बताकर खाते से उड़ा लिए 50 हजार रूपए

0
76
  • झारखंड की एक युवती समेत दो लोग चढ़े बस्तर पुलिस के हत्थे
  • स्टेट बैंक का कर्मचारी बता ओटीपी मांगकर किया फ्राड

जगदलपुर ऑनलाइन धोखधड़ी के मामलों के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए बस्तर पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत ठगी करने वाले फरार आरोपियों पर कार्यवाही करने में बस्तर पुलिस को सफलता मिली है। आरोपियों को झारखंड से जगदलपुर लाया जा रहा है।प्रार्थी विकास सिंह नाग से आरोपियों ने अपने अलग अलग मोबइल फोन से मैसेज व फोन कर खुद को योनो एसबीआई कर्मी बताते हुए ओटीपी नंबर मागं लिए और विकास के स्टेट बैंक बैंक खाते से कु 49 हजार 996 रूपए अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लिए। विकास की रिपोर्ट पर अज्ञात मोबाईल व खाता धारक के खिलाफ पुलिस थाना कोतवाली में धारा 420, 66 डी आईटी एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई।

प्रकरण में उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाॅल के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार व उप पुलिस अधीक्षक गीतिका साहू के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली दिनेश यादव के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी आरंभ की गई। मोबाईल नंबर व बैंक खातों के विश्लेषण एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संदेही की उपस्थिति की जानकारी जिला रांची झारखंड में मिलने पर टीम झारखंड रवाना की गई। टीम ने वहां आरोपी जितेंद्र कुमार और मनीषा करमाली को पकड़ा। पूछताछ करने पर दोनों ने जुर्म करना स्वीकार किया। उनसे वारदात में प्रयुक्त पांच मोबाइल फोन, सात बैंक पासबुक, 4 आधार कार्ड, तीन चेकबुक, 4 सिमकार्ड, दो पेनकार्ड बरामद किए गए। रांची के न्यायालय से दोनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर जगदलपुर लाया जा रहा है। इस मामले को सुलझाने में निरीक्षक दिनेश यादव, एमन साहू व जितेंद्र कोसले, सहायक उप निरीक्षक सतीश यादव व विवेक प्रकाश कोसले, प्रधान आरक्षक उमेश चंदेल तथा आरक्षक गौतम सिन्हा, कृष्णा सावड़े, दीपक कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।