भटके लोगों को राह दिखा रहे हैं कोबरा बटालियन के अधिकारी और जवान

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  • नए सुरक्षा कैंप में चल रही है पालनार में पाठशाला
  •  भटके हुए युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने पहल
    -अर्जुन झा-
    जगदलपुर बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में 202- एफ कोबरा बटालियन द्वारा नक्सल प्रभावित गांवों के लोगों और उनके बच्चों की हर तरह की मदद की जा रही है। इसका असर यह हो रहा है कि ग्रामीण नक्सलियों से विमुख होते जा रहे हैं और भटके हुए युवा समाज की मुख्यधारा से जुड़ने लगे हैं। सुरक्षा बल के जवान ग्रामीणों के बच्चों की शिक्षा दीक्षा का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं।

202 एफ कोबरा बटालियन द्वारा पालनार गांव तथा आसपास के बच्चों को कैंप में ही निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है। इसकी शुरुआत 1 मई से की गई है। इस पहल को लेकर गांव के सरपंच सहित ग्रामीणों तथा बच्चों में खासा उत्साह है। इसके अंतर्गत बच्चों को मुफ्त नोटबुक, कलम, पेंसिल जैसी अन्य कई सामग्रियां वितरित की जा रही हैं। महज 4 दिनों में ही 29 बच्चों ने अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराई है। इस पहल में एफ 202 कोबरा के कंपनी कमांडर हरि सिंह उप कमांडेंट, अजय नेगी सहायक कमांडेंट, विवेक रजवार सहायक कमांडेंट तथा बल के अन्य सदस्यों का अहम योगदान है। नक्सल पीड़ित परिवारों को विभिन्न प्रकार की सहायता दी जा रही है‌।


आईईडी में घायल बच्ची को मदद
नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के मंसूबे से लगाए गए आईईडी से 4 जनवरी 2024 को चोटिल हुई 11 साल की मासूम बच्ची सुनीता और उसके परिवार को भी इस पहल के तहत कपड़े, राशन एवं पढ़ाई- लिखाई की सामग्री प्रदान की गई। ऐसे ही पहल का नतीजा है कि इस क्षेत्र के लोग नक्सलियों के प्रभाव से स्वयं को मुक्त कर रहे हैं। किसी भी छोटी -बड़ी सहायता के लिए सुरक्षा बल से संपर्क कर रहे हैं। क्षेत्र में सुरक्षा बलों के प्रयासों से ही पालनार आरपीसी के समस्त सदस्य 30 अप्रैल को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़कर शासन की लोक कल्यणकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं।