नेगानार ग्राम पंचायत में सरकारी रकम हजम करने की संस्कृति, नहीं बन पाया सांस्कृतिक भवन

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  •  स्वीकृत राशि निकालने के बाद भी दो साल से अटका पड़ा है निर्माण कार्य
    अर्जुन झा
    बकावंड विकासखंड बकावंड की अधिकांश ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार की संस्कृति खूब फल फूल रही है। यह सब जनपद पंचायत बकावंड के सीईओ के संरक्षण में हो रहा है। सीईओ ने सरपंच और सचिवों को खुली छूट दे रखी है।
    ऐसा ही एक मामला विकासखंड के नेगानार ग्राम पंचायत में सामने आया है, जहां स्वीकृत राशि प्राप्त कर लेने के बाद भी सांस्कृतिक भवन का निर्माण दो साल से अधूरा पड़ा है। नेगानार के मांझी पारा में विधायक निधि से सांस्कृतिक भवन निर्माण के लिए सन 2022 -23 में 3 लाख 40 हजार रूपए की स्वीकृति बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने प्रदान की थी। इसमें से आधी रकम ग्राम पंचायत द्वारा आहरित की जा चुकी है, मगर काम दस प्रतिशत भी नहीं कराया गया है। नींव भराई के बाद एक कमरे के लिए आधी अधूरी दीवारें भर खड़ी कर दी गई हैं। वहीं सामने मंच के नाम पर लगभग आधा फुट ऊंचाई वाला प्लेटफार्म बनाने का उपक्रम मात्र किया गया है। दो साल बीत जाने के बाद भी काम जस का तस पड़ा है।

1 वर्ष के बाद भी आज तक अधूरा पड़ा है सार्वजनिक संस्कृति भवननिर्माण के लिए ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा 1 लाख 70 हजार रुपए निकाल कर लिया गया है, मगर काम महज करीब 20 हजार का ही कराया गया है।इस मामले में पंचायत सचिव कश्यप दलील दे रहे हैं कि लेबर मिस्त्री नहीं मिल रहे हैं, जिसके कारण काम नहीं कराया जा सक रहा है। कार्य जल्द पूरा करा लिया जाएगा। इस विषय में बस्तर के विधायक लकेश्वर बघेल से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक भवन का निर्माण अटके रहने की जानकारी मुझे आपके माध्यम से पता चल रहा है। मैं सरपंच सचिव जल्दी काम पूरा कराने के लिए बोल दूंगा।
वर्सन
जल्द होगा काम पूरा
अभी आंगनबाड़ी का काम चल रहा है। आंगनबाड़ी भवन का काम पूरा होते ही सांस्कृतिक भवन का काम भी पूरा करा लिया जाएगा।
-एसएस मंडावी,
सीईओ, जनपद पंचायत बकावंड