- नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन का कोर एरिया है कोंडापल्ली
- सीआरपीएफ ने गांव में कैंप खोलते ही लगाया स्वास्थ्य शिविर
- बीजापुर एवं सुकमा की सरहद पर है कोंडापल्ली
अर्जुन झा-
जगदलपुर बस्तर संभाग में नक्सल विरोधी अभियान कामयाबी दर कामयाबी हासिल कर रहा है। जहां मुठभेड़ों में आए दिन बड़ी संख्या में नक्सली मारे जा रहे हैं, वहीं नक्सलियों के सुरक्षित ठिकानों में भी सुरक्षा बलों की पैठ लगातार मजबूत होती जा रही है। धुर नक्सल प्रभावित गांवों में सुरक्षा बल एक के बाद एक कैंप खोलते जा रहे हैं। कैंप स्थापित करने के साथ ही फोर्स द्वारा जनसेवा के कार्य भी किए जा रहे हैं। ऐसा ही एक कैंप संभाग के बीजापुर और सुकमा जिलों की सीमा पर स्थित नक्सलियों के गढ़ कोंडापल्ली में स्थापित किया गया है। यहां कैंप खोलते ही सीआरपीएफ की मेडिकल टीम ने स्वास्थ्य शिविर भी लगाया।
बीजापुर जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में नक्सल उन्मूलन अभियान एवं विकास कार्यो में तेजी लाने बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी., दंतेवाड़ा रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप, सीआरपीएफ बीजापुर रेंज के उप महानिरीक्षक (ऑपरेशन) देवेंद्र सिंह नेगी के मार्गदर्शन एवं बीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक, सीआरपीएफ 153वीं वाहिनी के कमांडेंट अमित कुमार, 170वीं वाहिनी के कमांडेंट सरकार राजा रमन, 210 कोबरा वाहिनी के कमांडेंट अशोक कुमार, 205 कोबरा वाहिनी के कमांडेंट नरेश पवार के निर्देशन में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित ‘नियद नेल्ला नार योजना के तहत नक्सलियों के पीएलजीए बटालियन के सुरक्षित कहे जाने वाले कोर क्षेत्र कोंडापल्ली में नया सुरक्षा कैंप 13 नवंबर को स्थापित किया गया। सुरक्षा कैंप स्थापित होने से क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई में मदद मिलेगी और एवं क्षेत्र के लोगों की भलाई के लिए विकास कार्य कराए जा सकेंगे तथा सड़क, पुल, पुलिया निर्माण, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधा, पीडीएस दुकान, अच्छी शिक्षा, मोबाईल कनेक्टिविटी विस्तार आदि की सुविधाएं ग्रामीणों को मिल पाएंगी। नया सुरक्ष कैंप स्थापित होने से क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल बना हुआ है। कैंप खोलने के साथ ही सीआरपीएफ की मेडिकल यूनिट ने ग्रामीणों के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने शिविर में अपना इलाज कराया।