नगर निगम आयुक्त साहू के निलंबन की वजह मेयर संजय पांडे के सुशासन की मंशा निहित

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  • नगर निगम में साफ सुथरी कार्यप्रणाली निर्मित करना चाहते हैं महापौर पांडे
  • निपट सकते हैं और भी कई दागी अधिकारी

अर्जुन झा-

जगदलपुर नगर निगम आयुक्त निर्भय कुमार साहू के निबंलन की असल कहानी कुछ और है। इसके पीछे नए महापौर संजय पांडे के सुशासन की इच्छाशक्ति निहित है। दरअसल महापौर संजय पांडे नगर निगम जगदलपुर में साफ सुथरी और पारदर्शी कार्यप्रणाली विकसित करना चाहते हैं। इसीलिए वे नगर निगम प्रशासन के कामकाज में कसावट लाने अभी से जुट गए हैं। इसकी एक झलक निगम आयुक्त पर हुई निलंबन की कार्रवाई से मिल गई है।

राज्य शासन ने जगदलपुर के नगर निगम आयुक्त निर्भय कुमार साहू को निलंबित कर दिया है। राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी निर्भय कुमार साहू पर आरोप है कि उन्होंने अभनपुर में एसडीएम एवं सक्षम प्राधिकारी भू-अर्जन रहते हुए भू अर्जन में आर्थिक गड़बड़ी की है।रायपुर विशाखापट्नम प्रस्तावित इकॉनामिक कॉरिडोर सड़क निर्माण के अनुविभाग अभनपुर अंतर्गत भारतमाला परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में भू-अर्जन के रूप में वास्तविक मुआवजा से अधिक मुआवजा राशि का भुगतान कर निजी भूस्वामियों को अवैध रूप से लाभ पंहुचाने और शासन को आर्थिक क्षति पंहुचाने का आरोप निर्भय कुमार साहू पर है। निलंबन आदेश में कहा गया है कि भू-अर्जन प्रकरण में कई अनियमिताएं जिला स्तरीय जांच समिति द्वारा पाई गई हैं। साथ ही निर्भय कुमार साहू द्वारा भू-अर्जन की प्रक्रिया में की गई कार्यवाही में अपने अधीनस्थ अधिकारीयों व कर्मचारियों के कार्यों का समुचित पर्यवेक्षण नहीं कर, अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठ न रहते हुए अनियमितता एवं लापरवाही बरती गई है। इस कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन माना गया है। इसी आधार पर राज्य शासन द्वारा निर्भय कुमार साहू क तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कार्यालय आयुक्त, बस्तर संभाग, जगदलपुर निर्धारित किया गया है। ये है सरकार की कार्रवाई, मगर इसके पीछे की असल कहानी यह है कि महापौर संजय पांडे की स्वच्छ और ईमानदार छवि तथा शहर वासियों को पारदर्शी कार्य वातावरण एवं सुशासन देने की मंशा निहित है। शपथ ग्रहण करते ही महापौर संजय पांडे रायपुर चले गए थे, जहां वे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं भाजपा के बड़े नेताओं से मिले थे। तभी से अंदाजा लगाया जा रहा था कि नगर निगम जगदलपुर में कुछ बड़ा होने वाला है। अब मेयर संजय पांडे की गाज अन्य दागी अधिकारियों पर भी गिर सकती है। इस ताजा घटनाक्रम से यह संकेत भी मिला है कि पढ़े लिखे महापौर संजय पांडे अधिकारियों के हाथों की कठपुतली बनकर काम करने वाले नहीं हैं।