प्रतिबंध के बावजूद भी बस्तर पहुंचा अधिकारी
जगदलपुर – इंद्रावती टाईगर रिजर्व के कथित रेस्ट हाउस में रायपुर में पदस्थ वन विभाग का अफसर 10 दिनों से रेस्ट हाउस में डेरा जमाये हुए है। विभाग के जिम्मेदार अफसर दे रहे गोल मोल जवाब। इंद्रावती टाईगर रिजवं विभाग के अफसरों को रूकने के लिए विभाग द्वारा एक कथित रेस्ट हाउस बननाया गया है जहां बकायदा चौकीदार की ड्यूटी लगाई गई है। उक्त रेस्ट हाउस में आने-जाने वालों को किसी प्रकार कोई पंजी नहीं बनाई गई है। इस रेस्ट हाउस में कब कौन आता है और कब जाता है जिसका किसी प्रकार का उल्लेख नहीं होता। वर्तमान में उक्त रेस्ट हाउस में विगत 10 दिनों से रायपुर में पदस्थ वन विभाग का एक अफसर 10 दिनों से डेरा जमाये हुए है जबकि उक्त रेस्ट हाउस में ठहरने को लेकर जिला प्रशासन के पास कोई जानकारी नहीं है। जबकि नियमों के अनुसार कोरोना के इस संक्रमणकाल में बाहर से आने वाले व्यक्तियों को कोरोना जांच अनिवार्य किया गया है वहां ठहरे अधिकारी की कोरोना जांच हुई की नहीं बताने वाला कोई नहीं।
सीसीएफ दिया गोलमाल जवाब: इंद्रावती टाईगर रिजवं विभाग के सीसीएफ श्री श्रीवास्तव से रेस्ट हाउस के संबंध में जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि विभाग के एक अधिकारी रायपुर से जगदलपुर आये थे जिनके परिवार में कोरोना संक्रमित होने के कारण वे यहां रूके है जबकि उनसे पूछा गया कि क्या उनका कोरोना टेस्ट कराया गया है तब साहब गोलमोल जवाब देते हुए फोन ही काट दिया और जवाब देने से बचते रहे।