प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संक्रमितों को मदद करने राजनीतिक दलों को हाथ बढ़ाने की दरकार
सत्ता-विपक्ष के लिए परीक्षा की घड़ी आगामी चुनाव में मुसीबतों का सहारा आयेगा काम
जगदलपुर कोरोना संक्रमण की दूसरी विस्फोट से जहां प्रदेश के अन्य जिलों की तहर बस्तर संभाग के लोग भी अछूते नहीं है। विस्फोट का कहर शहर से लेकर गांव तकट पडा है वहीं सत्ताधारी दल एवं विपक्षिय दल के नेता आरोप प्रत्यारोप लगाने को लेकर अपनी काबिलियत समझ रहे है। यह समय आरोप प्रत्यारोप लगाने का नहीं प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रभावित परिवारों को मदद करे में हाथ बढ़ाने का है। राजनीति दलों के लिए जनता के समझा अग्नि परीक्षा का यही सही वक्त है। जनता के मुसीबतों में राजनीतिक दल सही साथ निभाने में कामयाब हए तो जनता आगामी चुनावी में भी उसी पार्टी को आशीवाद देगी। आरोप प्रत्यारोप को राजनीतिक चलती रही तो जनता सब देख रही है वक्त आने पर लोग हिसाब लेंगे। राजनीतिक दल जिस प्रकार बूथ लेबल पर अपना सिपाही तैयार कर एक दूसरे को परास्त करने में पूरी ताकत झोंक करते है उसी प्रकार इस संक्रमणकाल में भी राजनीतिदलों को टीम तैयार कर प्रशासन के सहयोग के लिए देने की दरकार है।
ज्ञातव्य हो कि कोरोना संक्रमण की बढ़ते आंकड़ों को लेकर सत्ताधारी दल एवं विपक्ष के नेता एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे है जहां विपक्षीय दल के नेता कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़ने को लेकर राज्य सरकार को दोषी मान रहे है तो छग में सत्ताधारी दल के लापरवाही के कारण हालात बदतर होने का , इंजेक्शन की कालाबाजारी तो ऑक्सीजन की कमी का आरोप लगाया जा रहा है। केन्द्र सरकार के प्रयासों का भाजपा के नेता तारीफों के पुल बांधने में लगे है तो वहीं सत्ताधारी दल के नेता भी केन्द्र की उदासिनता के कारण संक्रमण फैलने का आरोप लगा रहे है। सत्ताधारी दल के नेता यह आरोप लगा रहे है कि भाजपा दहशत फैलाने की राजनीति कर रही है। कांग्रेस का यह आरोप कि केन्द्र सरकार जिम्मेदारी के साथ काम नहीं कर रही है। इस प्रकार देश की दो बड़ी पार्टियां ऐसे कई आरोप प्रत्यारोप लगाने में उलझे है और जनता किसकी बात सही माने।
यह वक्त एकजुटता दिखाने का:संक्रमण के इस घड़ी में आरोप प्रत्यारोप लगाने का वक्त नहीं बल्कि दोनों पार्टियों को एकजुटता दिखाते हुए जनता का सहयोग करने का समय है जिस प्रकार राजनीतिक दल चुनाव के समय जनता को वोट बैंक के लिए मदद किया करती है आज वैसे ही मदद करने का वक्त आ गया है।
प्रशासन का बने सहयोगी: प्रशासनिक अफसर जो आज अपनी जान की परवाह किये बिनो शहर से लेकर गांव तक जनता को हर सुविधा मुहैय्या कराने को लेकर जी-जान से लगे है प्रशासन के इस प्रयास में आरोप प्रत्यारोप लगाने वाले राजनीतिक दलों को सहयोग करने के लिए प्रशासन के समक्ष हाथ बढ़ाने की दरकार है।
प्रशासन के द्वारा शुरू किये गये क्वारेंटाईन सेंटर के लिए राजनीतिक दल सक्रिय कार्यक्रताओं की टीम उपलब्ध कराती है तो प्रशासन के लिए बड़ा सहारा होगा। आज आलम यह है कि कई क्वारेटाईन सेंटर में अव्यवस्था का आलम है।
आरोप प्रत्यारोप लगाने वाले नेतागण उन स्थानों का मुआयना कर व्यवस्था बहाल करने में प्रशासन की मदद करने में हाथ बलाते है तो जनता कही न कही ऐसे राजनीतिक दलों को याद रखेगी और वक्त आने पर आशीर्वाद भी देगी |