भाजपा की केंद्र सरकार की लापरवाही से वेक्सिनेशन की गति रूकी है – कांग्रेस नेत्री जेबा कुरैशी

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29 मई दल्ली राजहरा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के युवा नेत्री जेबा कुरैशी ने कहा है कि मोदी सरकार के गलत नीतियों के चलते देश के युवा वैक्सीन के लिए तरस रहे है। केंद्र राज्य को वैक्सीन नही दिलवा रहा, राज्य कम्पनियों को वैक्सीन का ऑर्डर दिया है केंद्र को नीतियों के कारण कम्पनियों से भी राज्य को 18 से 44 वर्ष के लोगो के लिए वैक्सीन नही मिल रही। छत्तीसगढ़ सरकार एक दिन में चार लाख लोगों को वैक्सीन लगवाने की क्षमता रखती है। यदि राज्य को उसकी जरूरत के वैक्सीन मिल जाय तो राज्य अपने कुल पात्र नागरिकों का वेक्सिनेशन सवा महीने में पूरी कर सकता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार राज्य के 18 से 44 साल तक के 1 करोड़ 30 लाख लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगवायेगी।

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युवा नेत्री जेबा कुरैशी ने कहा है कि एक ओर जहाँ केंद्र सरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के द्वारा मांगी गई सवा करोड़ वैक्सीन डोज की आपूर्ति नही कर रही है, वैक्सीन सप्लाई में रोड़ा लगा रही है, वही दूसरी ओर भाजपा के सांसद वैक्सीन के नाम से गंदी राजनीति कर रहे है। भाजपा के सांसद जनता को बताये छत्तीसगढ़ को बिना रोक टोक पर्याप्त मात्रा में मांगी गई वैक्सीन के लिए अब तक उन्होंने क्या प्रयास किये है? क्या प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा किये है? क्योंकि वैक्सीन का नियंत्रण केंद्र सरकार के पास है।
राज्य के भाजपा सांसद संकट के समय राजनीति बंद कर अपने प्रभाव का उपयोग कर केंद्र से राज्य को वैक्सीन सप्लाई जल्दी करवाने का दबाव बनाए।

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राज्य सरकार ने दोनों वैक्सीन कोविशिल्ड और कोवेक्सिन निर्माता कम्पनियों को अभी तक कुल सवा करोड़ डोज का ऑर्डर दिया है दुर्भाग्य से अभी तक न केंद्र सरकार के द्वारा और न ही वैक्सीन निर्माता कम्पनियों के द्वारा राज्य को वैक्सीन कब और कितनी मात्रा में सप्लाई किया जाना है कोई जबाब नही दिया है।

युवा नेत्री जेबा कुरैशी ने कहा है कि राज्य की जनता के हित में प्रदेश के भाजपा नेता अपने दल की केंद्र सरकार पर वेक्सिनो के दामों को कम करने के लिए भी दबाव बनाए राज्य को 300 नही 150 में वैक्सीन मिले 400 से घटा कर 300 कीमत भी ज्यादा है।यह दुर्भाग्य जनक है कि एक देश मे तीन अलग अलग मूल्य पर वैक्सीन बेची जा रही है।

जो वैक्सीन कोविशिल्ड की केंद्र सरकर को 150 रु में मिल रही है वह राज्यो को 300 में और निजी अस्पतालों को 600 में मिलेगी। स्वदेशी वैक्सीन कोवेक्सिन के दाम तो इससे भी दुगुने है वह तो 600 और 1200 में मिलेगी ।देश की मोदी सरकार आप आदमी के जीवन के प्रति पूरी तरह लापरवाह और अकर्मण्य बनी हुई है।

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युवा नेत्री जेबा कुरैशी ने कहा कि मोदी जी की सरकार ने भारत के लोगों को कम वैक्सीन लगाकर, ज्यादा वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी?
दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक भारत, आज दूसरे देशों से वैक्सीन माँगने की स्थिति में क्यों आ गया और वहीँ ये निर्लज्ज सरकर इसे भी उपलब्धि की तरह प्रस्तुत करने की कोशिश क्यों कर रही है?

मोदी सरकार की ’वैक्सीन नीति की दिशाहीनता के चलते आज देश की 130 करोड़ आबादी की मात्र 11 प्रतिशत जनसंख्या को वैक्सीन की फुल डोज और 3 प्रतिशत जनसंख्या को वैक्सीन की दोनों डोज लग पाईं हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा टीका उत्सव घोषित करने के बाद एक महीने में वैक्सीनेशन में 83 प्रतिशत की गिरावट आई है।

आज राज्यों के मुख्यमंत्री वैक्सीन की कमी की सूचना केंद्र सरकार को भेज रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार की फेल वैक्सीन नीति के चलते सब कुछ चौपट है।

इस साल जनवरी-मार्च के बीच में मोदी सरकार ने 6.5 करोड़ वैक्सीन विदेश भेज दी। कई देशों को मुफ़्त में।