बालोद। एक तरफ जहां कोरोना के संकट में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जा रहा है तो उन डॉक्टरों को कोरोना से बचाने के लिए शासन-प्रशासन व एजेंसी के माध्यम से पीपीई किट की सप्लाई होती है लेकिन जिले में इसकी सप्लाई के नाम पर घोटाले की बू आ रही है। यह ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है क्योंकि इन दिनों सोशल मीडिया में एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के एक फार्मासिस्ट राहुल भेड़िया को भिलाई के कुछ ठेकेदार स्वास्थ विभाग के दफ्तर में ही आकर पीटीई किट पास नहीं करने पर 1 घंटे के भीतर ट्रांसफर करवा देने की धमकी दे रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है तो एक बड़ा सवाल भी खड़ा हो गया है कि क्या डॉक्टरों व कर्मचारियों को जो किट मिल रहा है वह ठीक है या नहीं? या घटिया क्वालिटी की सप्लाई हो रही है? कर्मचारी ने न्याय की आस में थाने में मामले की शिकायत कर दी है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पर देखना होगा बड़े घोटाले के अंदेशे पर जिम्मेदारी से कार्रवाई हो पाती है नही या फिर यह मामला भी दूसरे मामलों की तरह दबा जाएगा।
एफआईआर कराने दिया हूं आवेदन, अब तक कार्रवाई नहीं
मामले में पीड़ित राहुल भेड़िया का कहना है कि मैंने धमकी देने वालों के खिलाफ शिकायत कर थाने में एफ आई आर दर्ज करने की मांग की है। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। संबंधित ठेकेदार द्वारा मुझे खराब क्वालिटी के किट को अधिक दाम पर सप्लाई के लिए दबाव बनाया जा रहा था। मैंने मना किया तो मेरे ट्रांसफर करवाने की धमकी दी गई।
पुलिस का यह कहना
बालोद के टीआई गैंदसिंह ठाकुर का कहना है कि आवेदन मिल चुका है। जांच की जाएगी। अभी कोरोनावायरस के कारण व्यस्तता है। जल्द ही संबंधित व्यक्ति व जिन पर आरोप लगे हैं उन्हें बयान के लिए थाने बुलाया जाएगा।