दल्लीराजहरा: संयुक्त खदान मजदूर संघ ने लौह अयस्क खदान समूह में ठेका
श्रमिकांे के लिए अलग से नियम एवं शर्त बनाकर स्थायी रूप से कार्य दिये
जाने को लेकर बीएसपी भिलाई मुख्य कार्यपालन अधिकारी के नाम मुख्य
महाप्रबंधक तपन सूत्रधार को ज्ञापन सौपा गया।
लौह अयस्क खदान समूह में लगभग 1500 से अधिक ठेका श्रमिक कार्यरत हैं। जो
कि सीधे तौर पर उत्पादन से जुड़े हुए हैं। भिलाई इस्पात संयत्र के उत्पादन
लक्ष्य को पूरा करने में इन ठेका कर्मचारियों का भरपूर योगदान रहता है।
परन्तु। इन ठेका कर्मचारियों को कई विभागों में न तो समय पर वेतन का
भुगतान किया जाता है और न ही किसी अन्य प्रकार की सुविधायें जैसे कि-
छुट्टी, फेस्टीवल लिव, चिकित्सा सुविधा, नाईट शिफ्ट एलाउन्स, कैन्टीन
एलाउन्स. कन्वेन्स एलाउन्स जैसी सुविधायें मिलनी चाहिए जो कि अधिकांश
कर्मचारियों को नहीं मिल रही है।
अब चूंकि नियमित कर्मचारियों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है,
वर्ष 2025 तक माइंस में नियमित कर्मचारियों की संख्या वर्तमान संख्या की
आधी रह जायेगी। और खदानों से उत्पादन लेना भी अतिआवश्यक है। ऐसे
परिस्थिति में अब समय की माँग है कि इन ठेका श्रमिकों को प्रबंधन द्वारा
इन्हे ठेका प्रथा से मुक्त कर लौह अयस्क खदान समूह में अलग से नियम बना
कर वर्तमान में कार्यरत सम्पूर्ण ठेका श्रमिकों को विभागीयकरण के समकक्ष
नीति बनाकर स्थायी रूप से कार्य पर रखा जाये। सभी ठेका कर्मचारियों को
छोटे छोटे ठेका के माध्यम से कार्य देने के स्थान पर प्रबंधन द्वारा
आपरेशन और मेन्टेनेंस एवं ट्रांसपोर्ट में कार्यरत कर्मचारियों को अलग से
पदनाम देकर विभागीयकरण जैसी नीति खदानों के लिए लायी जाये, जिससे इन ठेका
श्रमिकों को समय पर वेतन व अन्य सुविधायें नियमित रूप से मिलता रहेगा और
खदानों के अंदर औद्योगिक अशांति की स्थिति निर्मित नहीं होगी।
वर्तमान में देखा जा रहा है कि ठेकेदारों द्वारा ठेका ले लिया जाता है
लेकिन इन ठेका श्रमिकों को किसी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं ली जाती है,
जिसके कारण कई विभागों में ठेका श्रमिकों में आक्रोश के कारण उत्पादन
प्रभावित होता है।