जगदलपुर। प्रदेश के उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा सोमवार की शाम कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर पहुंचे। वहां से ग्राम टेढाईकोंदल पहुंचकर देवगुड़ी का भूमिपूजन किया। इस दौरान स्थानीय विधायक तथा विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, कांग्रेसी नेता सुशील ओझा तथा अन्य कांग्रेसी मौजूद थे। इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए लखमा ने कहा कि बस्तर अपनी संस्कृति और परंपरा के लिए अलग से जाना जाता है। यहां हर जिले और हर इलाकों में अलग-अलग संस्कृति-परंपरा देखने को मिलती है। इन
विविधताओं के कारण बस्तर की पहचान देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक में है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ऐसे पहले प्रदेश के मुखिया हैं जिन्होंने स्थानीय तीज-त्यौहार और परंपराओं को प्राथमिकता देते हुए न केवल छुट्टी की घोषणा की है बल्कि इन पर्वों को मुख्यमंत्री निवास में मनाकर छत्तीसगढ़ वासियों को मान-सम्मान दिया है। उन्होंने कहा विश्व आदिवासी दिवस, नवाखानी, तीजा, पोला सहित छठ पूजा में भी शासकीय अवकाश घोषित कर मुख्यमंत्री ने हर वर्ग के पर्व-त्यौहार को छत्तीसगढ़ में विशेष महत्व दिया है।
सुरेश रावल, मीडिया सलाहकार