नौकरी दिलाने के नाम पर दो लाख की ठगी, आरोपी धराया

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  • कलेक्टोरेट में डाटा इंट्री ऑपरेटर और क्लर्क पद पर नौकरी लगाने का दिया था छात्र को झांसा

जगदलपुर कलेक्टर कार्यालय जगदलपुर में नौकरी दिलाने के नाम पर छात्र से करीब दो लाख रु. की ठगी करने वाले युवक को शहर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने तीन अन्य लोगों से इसी तरह नौकरी तथा एक छात्र को यूनिवर्सिटी में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी करने की बात कबूल की है। आरोपी का नाम 31 वर्षीय आशीष कुमार दास बताया गया है। आशीष एफसीआई गोदाम के पास महारानी वार्ड जगदलपुर का निवासी है। पुलिस के मुताबिक आशीष से कुम्हारपारा माडिया चौक स्थित फर्स्ट फाऊंडेशन एजुकेशन इंस्टिट्यूट जगदलपुर के छात्र रवि कुमार बघेल का साधारण परिचय था। आशीष ने रवि को फोन के करके कलेक्टर कार्यालय जगदलपुर में डाटा एंट्री आपरेटर एवं सहायक ग्रेड-3 के पद रिक्त होने की जानकारी दी और कहा कि अगर तुम नौकरी करना चाहते हो, तो मैं तुम्हारा अपाइंटमेंट करा दूंगा। नौकरी के लिए डेढ़ लाख रु. खर्च आने की बात आशीष ने कही। रवि के इतनी रकम देने में असमर्थता जताने पर आशीष ने किस्तों में भी काम चला लेने की बात कही। इसके बाद रवि ने आशीष को अलग-अगल तिथियों में फोन पे के माध्यम से कुल 1 लाख 90 हजार रूपए का भुगतान किया। रकम लेने के बाद आशीष ने नौकरी नहीं दिलाई तब रवि अपनी रकम वापस करने की मांग करने लगा। लेकिन उसने रकम नहीं लौटाई और फोन बंद कर दिया। इसी तरह आशीष दास ने रवि के दोस्त संजय कुमार भगत के साथ ही मोहम्मद वसीम व मीता पाण्डया को भी नौकरी लगवाने के नाम पर उनसे रकम ऐंठ लिए। आशीष दास के खिलाफ कोतवाली थाने में धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच की जा रही है। इस प्रकरण को उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाॅल के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली एमन साहू के नेतृत्व में टीम ने सुलझाया। आरोपी आशीष ठगी करने के बाद फरार हो गया था। टीआई एमन साहू की के नेतृत्व में गठित टीम ने उसे कांकेर से गिरफ्तार किया गया। आशीष ने पुलिस को बताया कि वह वर्ष 2021 में फर्स्ट फाउंडेशन कोचिंग सेंटर में गेस्ट लेक्चरार के रूप में पढ़ाने जाता था। तब उसका रवि बघेल से परिचय हुआ था। इसी दौरान डाटा एंट्री आपरेटर एवं सहायक ग्रेड-3 के पद के भर्ती हेतु विज्ञापन निकला था जिसकी अंतिम तिथि निकल चुकी था। आशीष ने बताया है कि पैसे कमाने के लालच में उसने रवि बघेल से अलग अलग तिथियो में कुल 1 लाख 90 हजार रूपए लिए थे। संजय कुमार भगत व मीता पाण्डया को नौकरी लगवाने के नाम पर व वसीम जिलानी को कलिंगा यूनिवर्सिटी में दाखिला दिलवाने के नाम पर झांसा देते हुए रकम ऐंठने की बात स्वीकार की है। आरोपी को पकड़ने में निरीक्षक एमन साहू, उप निरीक्षक रनेश सेठिया, प्रधान आरक्षक अजय साहू, आरक्षक गौतम सिन्हा, नकुल नुरूटी, भृगु कश्यप का विशेष योगदान रहा।