पार्षदा के विरुद्ध सीबीआई जांच की मांग करेगी भाजपा, मामला प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ा

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पार्षदा ने कहा आरोप बेबुनियाद, विपक्ष की राजनीति कर रही भाजपा

जगदलपुर

संजय गांधी वार्ड की पार्षदा के विरुद्ध वार्ड के ही 40 लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर रुपये उगाही करने का आरोप लगाया है. मामले में भाजपा भी इन लोगों के पक्ष में आते हुए पार्षदा पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं और कहा है कि मामले में सीबीआई जांच की मांग की जाएगी.

पीड़ितों के अनुसार, वार्ड की पार्षदा कोमल सेना ने मई 2020 में उनसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिलाने की बात कहते हुए 25-25 हज़ार रुपये प्रति व्यक्ति ले लिया जिसके बाद आज पर्यंत तक मकान नहीं मिलने पर अब वार्डवासियों का गुस्सा फूटने लगा है. इनका कहना है कि पार्षदा को इस बाबत कई बार मौखिक तौर पर बोला गया लेकिन प्रत्येक दफा सांसद, कलेक्टर सहित बड़े लोगों का नाम लेकर उन्हें बरगलाया जा रहा है. मामले में वार्डवासी कई ऑडियो रिकॉर्डिंग व कुछ विडियो भी सबूत के तौर पर रखे हुए हैं. इस बात की जानकारी लगते ही भाजपा के नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे व नगर अध्यक्ष सुरेश गुप्ता सहित अन्य भाजपाई मौके पर पहुंचकर पीड़ितों का समर्थन किया है.

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संजय पांडे ने कहा है कि मकान का लालच देकर पार्षदा द्वारा रकम की उगाही की गयी. ये सभी लोग तक़रीबन दो वर्ष से भटक रहे हैं लेकिन, इनकी बात सुनने के लिए कोई भी कांग्रेस का नेता सामने नहीं आ रहा है. थाने में एफआईआर तक नहीं लिखी गयी. भाजपा इसका पुरजोर विरोध करेगी, अगर एफआईआर नहीं होती है तो धरना प्रदर्शन किया जायेगा.

सुरेश गुप्ता ने कांग्रेस को आड़ेहाथ लेते हुए कहा कि पीड़ित लोगों पर सीधे तौर पर सत्ता का दबाव बनाया जा रहा है जो की अक्षम्य अपराध है. भाजपा, पीड़ितों के साथ हमेशा खड़ी है. जो कांग्रेस की सरकार गरीबों को मकान देने की बात करती थी, आज उनके जनप्रतिनिधी गरीब जनता को बरगलाकर लूटने का कार्य कर रही है. मामले में सीबीआई जांच की मांग भाजपा करेगी.

सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज करते व बेबुनियाद बताते हुए पार्षदा कोमल सेना ने बताया कि विगत दो वर्षों से उक्त पीड़ितों के लिए वो भी प्रयासरत हैं, मामले की जानकारी सांसद, विधायक, कलेक्टर व निगम आयुक्त को भी है और वो भी इसमें मदद कर रहे हैं. चूँकि, जिस जमीन में पीड़ित रहते हैं वो रेलवे की जमीन है झोपड़ियों में रहते हैं, इसलिए उन्हें मकान मिलना अतिआवश्यक है. पैसे लेने की बात किसी से भी उनकी नहीं हुई है, आरोप बेबुनियाद है.