पुलिस प्रशासन की तरफ़ से कोई पहल नहीं, वो अपने आकाओं के दबाव में ग़ुलामी करने मजबूर – संजय पाण्डेय
★ मुख्यमंत्री आए और चले गए पीड़ित महिलाएं इंतजार करते रह गई पीड़ित
★ आई जी से मिल अपनी व्यथा बताई संजय गांधी वार्ड की पीड़ित महिलाएं
★ 12 दिन बाद भी पुलिस के द्वारा इस प्रकरण में एक कदम भी नही बड़े
★ पीड़ित महिलाओं ने आई जी महोदय से मुलाकात की सुनाई अपनी व्यथा
कल शाम पीड़ित महिलाओं ने आई जी बस्तर से मिलकर अपनी बात रखी, उन्होंने कहा अपनी व्यथा हमने एसपी महोदय को भी बताई मगर अबतक कोई कार्यवाही नही की जा रही है |
पीड़ित महिला कस्तूरा भारती ने कहा FIR के नाम पर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने जांच करवाने की बात कहकर हम पीड़ित महिलाओं के साथ न्याय नही किया, जांच हो चुकी, और FIR नही हो रही है, सभी महिलाओं ने अपना बयान दर्ज करा दिया और शपथ पत्र भी साथ में संलग्न करवाया है 22 तारीख से धरने में बैठने के बाद तत्काल सभी के बयान दर्ज हुआ, प्रक्रिया पूरी कर ली गई लोगों ने बैंक स्टेटमेंट भी दे दिया, मगर जांच के नाम पर हमें सिर्फ मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है, हम पीड़ित शोषित महिलाओं को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है हमें प्रलोभन तक दिया जा रहा है भविष्य मैं हमारे साथ अनहोनी करने की बातें भी सामने आ रही है हम मानसिक रूप से भी परेशान हो रहे हैं, हमारी अज्ञानता का लाभ पुलिस के द्वारा उठाया जाकर FIR नहीं कर कार्यवाही नहीं करने से गरीबों में पीड़ितों में भय का वातावरण बना हुआ है, थाने के सामने लगातार बैठने के बाद भी किसी भी उच्च अधिकारी का पीड़ित परिवारों से अब तक आकर नहीं मिलना सरकार की असंवेदना को दिखाता है |
पीड़ित परिवार बहुत ही गरीब छोटे-मोटे काम धंधे करके जीवन यापन करते हैं ऐसे में लगातार धरने पर ठंड में बैठना और सरकार के किसी जिम्मेदार अधिकारी या कांग्रेस के जनप्रतिधि/नेताओं की ओर से पीड़ितों को न्याय दिलाने हो देने हेतु कोई पहल नहीं किया जा रहा है |
पुलिस के ऊपर सत्ता का दबाव है और सत्ता के दबाव में क्या गरीबों को न्याय नहीं मिलेगा पीड़ितों ने आमजन से अपील की है कि वह भी हमें न्याय दिलाने में हमारा सहयोग करें !
पुलिस महानिरीक्षक से मिलने प्रतिनिधि मंडल में झरना बघेल राजकुमारी बेसरा सिमरन नाग अंजना भारती बालमति बघेल शामिल थीं !