बालोद जिले के ग्राम सुरडोंगर में हुए अमानवीय दुःखद घटना को लेकर हेमंत कांडे अध्यक्ष संयुक्त मोर्चा अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक दल्ली राजहरा जिला बालोद छत्तीसगढ़ ने पिछले दिनों हुए डौंडी ब्लाक के ग्राम सूरडोंगर के गणेशराम बघेल के साथ घटी दुखद घटना के संबंध में कलेक्टर जिला बालोद छत्तीसगढ़ को ग्राम सूर डोंगर के अनुसूचित पिछड़े वर्ग के लोगों को प्रताड़ित कर बेघर करने वाले सरपंच उमेश कोर्राम को गिरफ्तार कर सरपंच पद से बर्खास्त करने की मांग की है |
पत्र अनुसार उपरोक्त विषय अंतर्गत लेख है कि ग्राम सूर डोंगर में गणेश राम बघेल पत्नी सहित बच्चे व अन्य जो अनुसूचित जाति पिछड़े वर्ग के लोगों के घर जेसीबी से तोड़कर मारपीट करने की घटना रविवार 6 फरवरी 2022 को समाज के संज्ञान में आया तत्व संबंध में वास्तविक स्थिति की जानकारी लेने के लिए सभी जाति समाज के लोग सामाजिक दायित्व का निर्वाह करने प्रभावित व प्रताड़ित व्यक्तियों से प्रत्यक्ष भेंट करने के लिए सामाजिक लोग सुबह गए थे। घटनास्थल पर पहले से ही नायब तहसीलदार विनय देवांगन जी और टीआई अनिल ठाकुर जी अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ उपस्थित थे । वह प्रताड़ित वह प्रभावितों का बयान दर्ज कर रहे थे उनका काम हो जाने के पश्चात उनके समक्ष ही वस्तु स्थिति की जानकारी ली गई प्रताड़ित व प्रभावित परिवार ने बताया कि हम लोग लगभग 20 वर्षों से ग्राम सुर डोगर में निवास कर रहे हैं और वह मोची अनुसूचित जाति के हैं ।विगत 10 वर्षों से घास जमीन पर मकान बनाकर निवास कर रहे हैं यहां आस-पास में कोई सार्वजनिक समुदायिक वह शासकीय भवन नहीं है और ना ही हमारे कारण किसी को कोई परेशानी है । यह स्थल ग्राम से लगभग आधा किलोमीटर दूर स्थित है। जिसे ग्राम पंचायत के सरपंच उमेश कोराम वा उनके भड़कावे में आकर ग्राम वासियों द्वारा जेसीबी लगाकर उनके घर को तोड़ दिया गया । दैनिक उपयोग की सामग्री गंजी बर्तन को कुचल दिया गया। बच्चे के पुस्तक कॉपी को फाड़ कर आग लगा दी गई । ओढ़ने बिछाने व पहनने के कपड़े भी नष्ट कर दिए गए। चावल के गंजी में मिट्टी में मिला दिया गया। जातिगत गाली गलौज करते हुए मारपीट की गई है । जिसका वीडियो वायरल है डाक्टरी मुलाहिजा ठीक से नहीं किया गया। शासन व प्रशासन से कोई मदद नहीं मिला है बयान में हमारी जाति मोची का उल्लेख नहीं किया गया है।
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उक्त जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल में मौजूद तहसीलदार जी व टीआई जी से जानकारी ली गई वा बयान में मोची जाति का उल्लेख कराया गया । विनय देवांगन तहसीलदार व अनिल ठाकुर टीआई से प्रभावित परिवार को तत्काल सहायता पहुंचाने का निवेदन किया गया और आगंतुक सामाजिक बंधुओं ने स्वत स्फूर्त चंदा एकत्रित कर ₹2700 तत्काल सहायता राशि प्रदान किया गया । उपरोक्त समस्त घटनाक्रम के समय प्रभावित व प्रताड़ित परिवार तथा सामाजिक बंधुओं के साथ उल्लेखित अधिकारी उपस्थित रहे। इस दरमियान हम ना सरपंच से मिले ना ही हमारी ग्राम वासियों से भेंट हुइ और ना ही किसी प्रकार का वार्तालाप किया गया।।
दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार व वायरल बाइट के द्वारा अत्याचारी सरपंच अपनी राजनीतिक गुरुर में दबंगई दिखाते हुए यह कह रहा है कि विद्युत विभाग के अधिकारी आर एस करपाल व शिक्षक देवलाल भूआर्या प्रताड़ित प्रभावित लोगों को भड़का रहा है कार्यवाही करने की बात फैलाई जा रही है जो अपने अनैतिक अवैधानिक और अधिकारों के दुरुपयोग को साजिश के तहत अपराधी प्रवृत्ति दबंगई और राजनीतिक रसूख को मंत्री के सानिध्य प्राप्त होने के कारण जायज ठहराने के लिए गांव के ग्रामीण के बहलाकर गैर कानूनी कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है।।
ततसंबंध में प्रताड़ित परिवार ने बताया कि घास जमीन पर अतिक्रमण का मामला न्यायालय तहसीलदार में लंबित है। उसे तोडा जाना उपयुक्त था तो न्यायालय तहसीलदार संबंधित थाना के टी आई पुलिस प्रशासन अनुविभागीय अधिकारी के आदेश व उपस्थिति में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जानी थी व सरपंच कोराम अपने दबंगई राजनीतिक पहुंच का दम भरते हुए शासन व प्रशासन व कानून न्यायालय को धता बताकर उपरोक्त कार्य को ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा कर उपरोक्त जघन्य घटना को अंजाम दिया गया जोकि दंडनीय अपराध है। फिर अपने अवैधानिक कार्यों को उचित ठहराने हेतु ग्रामीणों को पुनः भड़का कर चक्का जाम वा घेराव कर अधिकारी व कर्मचारी पर कार्यवाही करने के लिए माहौल उत्पन्न करने का कुतिस्त प्रयास किया जा रहा है । प्रभावित वा प्रताड़ित व्यक्तियों के जीवन जीने के न्यायिक व संवैधानिक अधिकारों की पूर्ति हेतु सामाजिक व समुदायिक दायित्व को पूरा करने व शोषितों को न्याय प्रदान की जाने की मंशा को दुर्भावना वश अधिकारी व कर्मचारी को चिन्हित कर कार्यवाही करने की मांग करना अनैतिक अवैधानिक वा सामाजिक दायित्व के पूरा करने में बाधा पहुंचाना है। जो माननीय सह्रदयता का उल्लंघन है जबकि ग्राम वासियों को स्थानीय सरपंच व सत्तारूढ़ राजनीतिक दल का पदाधिकारी उमेश कोर्राम यह कहते हुए पाया जा रहा है कि शासन प्रशासन मेरा कुछ नहीं बिगाड़ कर सकते जोर शोर से आवाज बुलंद कर अन्याय अत्याचार शोषण प्रताड़ना मारपीट गाली गलौज वह धमकी दिया जा रहा है । जो कि अनैतिक अवैधानिक एवं कानून के विरुद्ध है ।चोरी और सीनाजोरी पर उतर कर शासन की मनसा को प्रदर्शित करता है। उपरोक्त घटना की जानकारी छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ,महिला व बाल विकास मंत्री स्थानीय विधायक अनिला भेड़िया, मोहन मंडावी व सांसद कांकेर को वायरल वीडियो सहित जानकारी प्रेषित किया गया है। एसडीएम राजहरा सीएसपी दल्ली राजहरा को प्रत्यक्ष भेंट कर मामले की गंभीरता से अवगत कराया गया है ।उपरोक्त तथ्यों के संदर्भ में निवेदन है कि शासन प्रशासन न्यायालय को धता बताकर कानून को अपने हाथ की कठपुतली बनाने वाले सरपंच को कोमेश कोर्राम को अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही करें ।ताकि भविष्य उक्त घटना का पूर्णआवृत्ति किसी भी पंचायत प्रतिनिधि के द्वारा ना किया जा सके और कोई भी अनुसूचित व पिछड़े वर्गों पर अन्याय शोषण व जुल्म ना कर सके । उपरोक्त घटना से जन आक्रोश उत्पन्न होने की आशंका है शांति प्रिय क्षेत्र को शांत करने की घटना पहपने के पहले ही अपराधियों पर त्वरित कार्यवाही करके पीड़ित परिवार को न्याय प्रदान करने की कृपा करें।