छग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला बस्तर द्वारा मांगों का ज्ञापन प्रतिनिधि को सौंप करना पड़ा संतोष

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जगदलपुर – स्वास्थ्य कर्मचारियों के मांग के संबंध में जिले के समस्त कर्मचारी छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के कार्यालय में एकत्रित होकर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपने संघ कार्यालय से जैसे ही निकले कर्मचारियों के उत्साह, संख्या एवं रेली को पुलिस प्रशासन ने संघ कार्यालय के गेट में ही पहुंच कर ज्ञापन देने हेतु विवश किया एवं जिला प्रशासन के प्रतिनिधि एवं पुलिस प्रशासन के प्रतिनिधि की उपस्थिति में जिला प्रशासन प्रतिनिधि द्वारा ज्ञापन प्राप्त किया गया।

सम्पूर्ण प्रदेश में एक साथ ज्ञापन सौंपने का कार्य निर्धािरित था ताकि प्रदेश के कर्मचारियों को उनके अधिकारी की राहत मिल सके।

जिस हेतु निम्नानुसार ज्ञापन प्रत्येक जिले में जिला प्रशासन के माध्यम से दिया जाना तय था। इसी तारतम्य में इस जिले में भी ज्ञापन सौंपा गया।

1. स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत समस्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित किया जावे।

2. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यस्त सामान्य सवर्ग के कर्मचारियों के वेतन में एकरूपता लाई जाये एवं चेतन विसंगति दूर किया जाये।

3. मैदानी कर्मचारियों को ग्रेड पे के अनुपात में निश्चित यात्रा भत्ता दिया जावे तथा कठिन एवं कठिनतम क्षेत्रों में कार्यरत समस्त कर्मचारियों को प्रात्साहन राशि दी जाये।

4. सर्टिफिकेट पैरामेडिकल कोर्स समाप्त कर डिप्लोमा/डिग्री कोर्स प्रारंभ किया जाये।

5. स्टाफ नसों का धुलाई भत्ता प्रति वर्ष 6000/रू दिया जाये, संचालक स्वास्थ्य सेवाए द्वारा प्रस्तावित है। समस्त स्वास्थ्य कर्मचारियों को जोखिम भत्ता दिया जाये।

6. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को धुलाई भत्ता प्रतिवर्ष 6000/रू दिया जावे।

7. संचालनालय स्वास्थ्य सेवाए/ चिकित्सा शिक्षा एव आयुग विभाग में कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ कर्मचारियों को पदोन्नत पद में हेतु शासन के खर्च में प्रशिक्षण दिया जावे।

8. अन्य राज्यों के भौति चिकित्सक विहिन स्वास्थ्य केन्द्रों में स्टाफ नर्स /फार्मासिस्ट को मरीजों की ईलाज (प्रिसक्रिप्सन लिखने की) करने की अनुमति प्रदान किया जाये।

9. प्रदेश के सभी विकास खण्डों में खड चिकित्सा अधिकारी का पद स्वीकत है. मेडिकल अफसरों को बरिष्टता के आधार पर पदोन्नति दी जावें।

10. आउटसोसिंग/ ठेकेदारी प्रथा बंद कर नियमित नियुक्ति दी जाये।

11. वेलनेस सेंटरों में कार्यरत समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को नियमित किया जावे।

12. लंबित 14 प्रतिशत डी.ए. का लाभ देय तिथि से एरियर्स के साथ भुगतान किया जाये।

13. सातवे वेतनमान के अनुसार HRA का लाभ दिया जाये।

14. विकास खंड स्तर पर समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रम का संचालन बी ईटीओ के माध्यम से कराया जाये।

15. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला जिला आयुर्वेद अधिकारियों के द्वारा ब्लॉक एवं जिला स्तर पर किये गये सलग्नीकरण को तत्काल समाप्त किया जावे।

16 संचालक व शासन स्तर के पदोन्नति पद को तत्काल पदोन्नति से भरा जाये।

17. विभागीय भर्ती पदोन्नति जून 2020 के अनुसार बी.एससी. नर्सिग/ पोस्ट बेसिक स्टाफ नर्स को सिस्टर ट्युटर को पदो पर पदोन्नति दी जावे।

18. मूल वेतन के 10 प्रतिशत रेडिएशन एलाउस (विकिरण भत्ता) दिया जावे।

उपरोक्त मांगो पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर प्रदेश के समस्त कर्मचारियों को उपकृत किया जावे।

इस अवसर पर प्रांतीय सचिव शकील खान, सम्भागीय अयक्ष अनिल बड़कश, मेकाज अध्यक्ष रीता नायक, महारानी अस्पताल अध्यक्ष लक्ष्मी टांडिया, जिला उपाध्यक्ष रूपेन्द्र सिंह, सचिव अजय आचार्य नेत्र सहायक प्रकोष्ठ हनुमन्त राव, ब्लाक बकावण्ड अध्यक्ष आर.सी.कर्मा, नानगुर अध्यक्ष टी.आर.ठाकुर, किलेपाल रोजनीन, दरभा एस.के.पाण्डे, बस्तर सावित्री नाग, तोकापाल से एजेन सेठिया एवं आयुर्वेद जिला से बसंत राजपूत, मेकाज से जी.गुजराल, भीकम साहू, राजेश अग्रवानी, सुखलाल नेताम, शहिद हुसैन, जयप्रकाश विश्वकर्मा, देवनारायण साहू, इसके अलावा सभी संस्थाओं एवं प्रकोष्ठ के पदाधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।