केदार हारा हुआ तो दिनेश ड्राप आउट
जगदलपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परिवाद को लेकर जो बयान दिया है उसको आगे बढ़ाते हुए पुरेंद्रश्वरी ने सारे हुए लोगों को टिकट नहीं देने की बात कार्यकर्ताओं को कहीं है। इस मामले में स्व. बलीराम कश्यप का राजनीतिक उत्तराधिकारी कौन होगा वह सवाल भी राजनीतिक गलियारों में हिलोरें मार रही है और उस पर तुर्रा यह कि हारे हुए खिलाड़ी को मैदान में नहीं उतारने का फैसला लिया गया है जिसके कारण पूर्व मंत्री केदार कश्यप का भविष्य क्या होगा स्पष्ट नहीं हो रहा है तो लोकसभा चुनाव में ड्राप आउट दिनेश कश्यप के लिए नारायणपुर सीट मुफीद हो सकती है?
विगत दिनों नारायणपुर व बस्तर विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने दिनेश कश्यप का नाम आगे बढ़ाने को कहा जिसके बाद से घर में ही महाभारत छिड़ सकती है। भले ही विधानसभा चुनाव अभी लगभग दो वर्ष बाकी है किंतु जिस प्रकार बस्तर में भाजपा प्रभारी डी.पुरेंद्रश्वरी का ताबड़तोड़ दौरा हो रहा है। हर मुद्दे को राजनीतिक रूप देकर कांग्रेस पार्टी को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश हो रही है फिर भी भाजपा के लिए आगामी विधानसभा चुनाव किसी जंग से कम नहीं है?
चुनाव में जनता सर्वोपरि रही है भले लोकसभा चुनाव ही क्यों ना हो कांग्रेस पार्टी का झंडा बुलंद हुआ है। स्थानीय पंचायत चुनावों में भले ही भाजपा मजबूत दिखाई पड़ रही है किंतु उसके इतर भाजपाईयों में उत्साह कम ही देखने को मिल रहा है जिसके कारण यह चुनाव बड़ी ही कठिनाईयों वाला चुनाव होगा, उसके विपरीत कश्यप बन्धुओं का राजनीतिक भविष्य भी तय हो सकती है?