जिला स्तरीय शिकसा काव्य धारा में बालोद जिला के धर्मेन्द्र कुमार श्रवण की बेहतरीन प्रस्तुति

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बालोद : शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के द्वारा आयोजित आॅन लाईन साप्ताहिक कार्यक्रम को पर रविवार शिकसा काव्य धारा की प्रथम प्रस्तुति अकादमी के कुशल संयोजक डॉ शिवनारायण देवांगन ‘आस’ के मार्गदर्शन एवं संयोजकत्व में रविवार को रात्रिकालीन किया गया । इस अवसर पर दुर्ग भिलाई ,बेमेतरा ,जांजगीर चांपा बालोद जिला इस तरह से 05 कवियों ने भाग लिया उनमें से बालोद जिले के उमावि खल्लारी के व्याख्याता डीके श्रवण ने अपनी स्वरचित कविता कोरोना ल भगाव जीवन ल बचाव शीर्षक पर भाव देते हुए ऑनलाइन में जुड़े हुए विद्ववत गुरूजन एवं दर्शकों को शमा में बांधे रखा। इस शानदार प्रस्तुति पर उन्होंने ये बताने का प्रयास किया कि विश्व पटल पर असंख्य जीवधारी या जीव जंतु है उसमें मानव ही श्रेष्ठतम ,सर्वोच्च ,सर्वोपरि व सिरमौर प्राणी होते हुए भी आज इंसान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रकृति के साथ असंतुलन वातावरण निर्मित करने के परिणाम स्वरूप कोरोना जैसे महामारी को वैश्विक स्तर पर जन्म देकर आज इस भयंकर वायरस covid-19 के दंश को झेलना पड़ रहा है और कब तक झेलते रहेंगे ये आनेवाला समय ही बताएगा जो आज परिलक्षित हो रहा है । कोरोना जैसे महामारी आज पूरे दुनिया में फैल चुका है । काबू पाने के लिये मुश्किल भरा कार्य हो गया है ,फिर भी हमारे देश में लाकडाउन कर विषम परिस्थितियों से निपटने हेतु सतत प्रयास किया जा रहा है । इस पर शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार श्रवण ने अपने काव्य पर ये बताने का प्रयास भी किया है कि कोरोना काल में इसका जन्म ,कारण , लक्षण , निदानात्मक उपाय व सुझाव देकर आत्मसंयमित रहना,सात्विक आहार ग्रहण करना ,रहन-सहन ,खान-पान व स्वच्छता को अपनाना , सेनेटाइजर का उपयोग करना ,सावधानी ही बचाव है,stay home,stay safe आदि जैसे गतिविधियों पर ध्यान केन्द्रित किया गया।उन्हें उनके कविता प्रस्तुति पर शिकसा काव्य धारा 2020 ससम्मान प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया है।
इस खुशी पर विद्यालय प्राचार्य ,सेवानिवृत व्याख्याता एवं साहित्याकार अशोक सोनी ,सुधीर गौतम ,चंद्रवंशी एवं समस्त स्टाॅफ़ ,शाला विकास समिति,ग्राम पंचायत खलारी ,छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन बालोद इकाई ने बधाईयाँ प्रेषित कर हर्ष व्याप्त किया गया है ।