केशकाल । बहीगाव के प्लाट पारा मे एक शिक्षक के घर से बडे शातिराने अंदाज मे किये गये बडे चोरी के मामले मे 40 दिन से भी अधिक दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस को कामयाबी नसीब नहीं हो पाया है। शिक्षक दंपति और उसका परिवार खून पसीने के गाढी कमाई से बनाये गये जेवरात एवं नगद धनराशि जमीन रजिस्ट्री कागजात के चोरी हो जाने से सदमे मे है ।
मिली जानकारी अनुसार केशकाल पुलिस थाना के अंतर्गत आने वाले ग्राम बहीगाव प्लाट पारा मे रहने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक गंगाराम सिन्हा अपने पत्नी के साथ 21 फरवरी को अपने घर में ताला मारकर उपचार कराने काकेर चले गये थे 26 फरवरी को वापस लौटे तो उन्हे घर के हालात से पता चला की चोरी हो गयी है। जिसकी जानकारी मोबाइल से तुरंत केशकाल पुलिस को दिया गया था। जिसे पुलिस ने भी बडी गंभीरता से लिया था और शाम को ही घटनास्थल पर पंहुच मुआयना कर आवश्यक जानकारी अर्जित किया था । दूसरे दिन पुलिस खोजी कुत्ते को भी लेकर पंहुची थी और उसके बाद रिपोर्ट दर्ज कर लिया था।
चोरी राशि के आंकलन मे झोलझाल
जिस शिक्षक के घर में चोरी हुई है उसका अनुमान है कि जो जो जेवर चोरी हुआ है वह लगभग 15 लाख रूपये का है पर पुलिस ने उक्त जेवरात का अनुमानित किमत मात्र 4लाख 50हजार आंका है वंही जिस शिक्षक के घर में चोरी हुआ उसका कहना है की अलमारी में 35000/नगद था जिसे पुलिस ने मात्र 25000/लिखा है। हुई चोरी की राशि कम दर्शाने के पीछे पुलिस का क्या-फ़ंडा रहा यह तो पुलिस वाले ही जान सकते हैं और बता सकते हैं ।
जानकार शातिर गिरोह ने दिया होगा चोरी को अंजाम
जिस तरह से चोरों ने बगैर ताला तोड़े कटर से कुंडी को काटते हुए तीन दरवाजे के कुंडी को काटकर और अलमारी के राड को बडे ट्रिक से उठाकर अंदर की तिजोरी को निकालकर चोरी को अंजाम दिया है उससे यह आशंका होती है की चोरी के वारदात को अंजाम देने वाला घर के बारे मे जानकारी रखता रहा होगा और आलमारी तिजोरी खोलने मे माहिर रहा होगा। चोर जिस तरह से कटर लेकर चोरी करने पंहुचे थे उससे भी उनके शातिर एवं सुविधा युक्त होने की तरफ इंगित करता है। जीवन भर शिक्षकिय सेवा से अर्जित और अपने विवाहित बेटी एवं दामाद के जेवरात चोरी होने से सेवानिवृत्त शिक्षक और उसका परिवार बहुत दुखी है। पुलिस पतासाजी मे जुटी है पर चोरों का पता लगा पाने मे अभी तक कामयाब नही हो पायी है और कामयाब हो पायेगी की नहीं इस बारे मे भी कुछ कहा नहीं जा सकता।