छत्तीसगढ़ में भाजपा का जेल भरो आंदोलन: पूर्व मंत्री सहित 2000 कार्यकर्ता गिरफ्तार जेल के अंदर बीजेपी कार्यकर्ता और नेता हनुमान चालिसा पाठ

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में धरना-प्रदर्शन को लेकर जारी सरकारी आदेश के खिलाफ भाजपा का सोमवार को प्रदेश भर में जेल भरो आंदोलन जारी है। रायपुर में करीब दो घंटे से चल रहे प्रदर्शन के बाद पुलिस ने पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सहित करीब 2000 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। बृजमोहन काले गुब्बारे लेकर सेंट्रल जेल परिसर में बैठे हुए हैं। वहीं जांजगीर में कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ रहे भाजपाइयों ने बैरिकेड तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। रायगढ़ में भी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इधर, रायपुर में गिरफ्तारी के बाद भी बीजेपी कार्यकर्ताओं को विरोध जारी है। कार्यकर्ताओं ने जेल के बाहर पुतला जलाया है। वहीं राजधानी में ही प्रदर्शन की ड्रोन कैमरे से निगरानी जारी है। वहीं जिन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। वह जेल के अंदर ही हनुमान चालीसा पाठ किया।

इससे पहले पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के नेतृत्व में कार्यकर्ता और नेता सड़क पर उतर आए। कालीबाड़ी से सीएम हाउस जाने के लिए मार्च शुरू हो गया। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेड लगाए। इसके बाद भी वह पुलिस को चकमा देकर नारेबाजी करते हुए घड़ी चौक तक पहुंच गए। पुलिस वहां उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी बैरिकेड पर चढ़ गए। इसे लेकर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हंगामा होने लगा। भाजपाई काला कानून वापस लो के नारे लगाने लगे। जेल भरो मार्च करने के लिए भाजपा नेता तेलीबांधा, कालीबाड़ी, आजाद चौक, फाफाडीह की सड़कों पर जमा हुए। प्रदर्शन के लिए अलग-अलग जिलों में तैयारियां की गई। रायपुर में सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सहित तमाम नेता सड़क पर उतरे।

बिलासपुर में सड़क पर निकले भाजपाई

भाजपा कार्यकर्ता और नेता बड़ी संख्या में नेहरू चौक धरना स्थल पर एकत्र हुए हैं। यहां पर उनकी सभा के बाद वे कलेक्ट्रेट के लिए रवाना होंगे। हालांकि पुलिस की ओर से उनको रोकने के लिए सख्त इंतजाम किए गए हैं। पुलिस का प्रयास है कि कार्यकर्ताओं को नेहरू चौक पर ही रोक दिया जाए। प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, मस्तूरी विधायक डॉ कृष्णमूर्ति बांधी, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पांडे समेत बड़े नेता कुछ ही देर में शामिल हुए।

इस फैसले का विरोध

पिछले दिनों गृह विभाग की तरफ से एक आदेश भी जारी किया गया। इसमें तमाम धरना, निजी, सार्वजनिक कार्यक्रम, धार्मिक, राजनीतिक कार्यक्रमों, जुलूस, रैली, भूख हड़ताल जैसे कार्यक्रमों को लेकर एक गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें प्रदेश के सभी कलेक्टर और एसपी को निर्देशित किया गया। यह कहा गया है कि सभी सार्वजनिक आंदोलन, धरना प्रदर्शन, राजनीतिक कार्यक्रम वगैरह अब जिला प्रशासन से बिना अनुमति के आयोजित नहीं किए जा सकेंगे। सरकार के इसी फैसले का विरोध भाजपा कर रही है।

महिला कार्यकर्ता बेहोश हुई

रायगढ़ में गांधी पुतला चौक स्थित भाजपा कार्यालय पर कार्यकर्ता एकत्र हुए। वहां से कलेक्ट्रेट के लिए बढ़े तो कंट्रोल रूम के पास बैरिकेड की दो स्तर पर रास्ता रोका गया था। हालांकि कार्यकर्ताओं ने उसे तोड़ दिया और आगे बढ़ने लगो। इस दौरान दोनों ओर से जमकर धक्का-मुक्की हुई। इस बीच दो महिला कार्यकर्ता बेहोश हो गईं। उन्हें पुलिसकर्मी प्राथमिक उपचार के लिए लेकर गए। बाकी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर उन्हें बस में भरकर कलेक्ट्रेट परिसर में बनाए गए अस्थाई जेल ले जाया गया।

आजाद चौक से तेलीबांधा तक का मुख्य रास्ता कई जगह से बंद

जाम की वजह से सड़क की एक ही पटरी पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया। यातायात पुलिस को अतिरिक्त बल लगाकर उसे भी क्लियर कराने में मशक्कत करनी पड़ी। बिना बाधा धरना-प्रदर्शन के अधिकार के लिए भाजपा सोमवार को सड़कों पर उतरी। राजधानी के कई हिस्सों से विरोध मार्च निकला। इसके चक्कर में राजधानी का ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ गई। शहर की मुख्य सड़क जीई रोड पर आजाद चौक से तेलीबांधा चौक तक जगह-जगह मार्च और बैरीकेडिंग की वजह से रास्ता रोका गया। एक ही पटरी पर आने-जाने वाली गाड़ियां लगभग रेंगती रहीं। आजाद चौक पर भीड़ की जुटान दोपहर 12.30 बजे के बाद शुरू हुई। डीडी नगर, जवाहर नगर, तात्यापारा, रामसागरपारा और लाखे नगर से लोग जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए वहां पहुंचे। वहां प्रदर्शनकारियों की सूची जमा करने के बाद सभी लोग सड़क की बाईं पटरी से कलेक्ट्रेट की ओर बढ़े। इसकी वजह से सड़क का पूरा ट्रेफिक एक ही लेन पर आ गया। यातायात पुलिस की दो गाड़ियां आगे-आगे ट्रेफिक का डाइवर्ट करते हुए चलीं, लेकिन फूल चौक से तात्यापारा चौक के बीच जाम की स्थिति बन गई।

मुठ्ठीभर नेताओं ने किया आंदोलन का प्रयास, फिर भी नहीं हुए सफल- चौबे

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बीजेपी के जेल भरो आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के चंद नेताओं ने आंदोलन करने का प्रयास किया है। लेकिन उनका ये प्रयास सफल नहीं रहा। क्योंकि इस आंदोलन को कहीं जनसमर्थन नहीं मिल रहा है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी प्रभारी (डी पुरंदेश्वरी) जब छत्तीसगढ़ आती हैं, तो उन्हें प्रताड़ित करती हैं। बीजेपी के नेताओं ने उन्हें खुश करने के लिए आंदोलन करने की कोशिश की है। जिस आदेश के खिलाफ वो आंदोलन कर रही है, उसे भाजपा सरकार ने ही जारी किया था। बीजेपी को अपने पापों को इतनी जल्दी नहीं भूलना चाहिए।