रमन सिंह युग का अंत और नये समीकरण बिठाने पर जोर
कश्यप परिवार से निकटता फिर यह अफ़वाह या सच्चाई
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष विष्णु देव साय को हटाकर अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया जिसके बाद से यह माना जा रहा है कि रमन सिंह युग का अंत हो गया है और सिधे राष्ट्रीय संगठन की दखल शुरू हो गया है। इन सबके बीच रमन सिंह के सिपाहसालारों को भी ठिकाने लगाने की तैयारी है।इन सबके बीच रमन सिंह के बस्तर जिले के सिपाहियों को भी ठिकाना लगाया जा सकता है जिसमें बस्तर में केदार कश्यप को भी उनका नजदिकी बताया जाता है जिनका नाम आदिवासी समुदाय के होने के कारण बढ़ावा गया किन्तु क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल ने उनके बारे में नहीं सोचा और नये नवेले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि के साव को नया अध्यक्ष बनाया गया।वहीं अब बस्तर जिला अध्यक्ष भी कश्यप परिवार के निकटतम सदस्य व सहयोगी को बदलने की बातें चल रही है जिसके कारण रुपसिंह मंडावी को हटाया जा सकता है। चर्चाओं का बाजार गर्म है कि कांटा से कांटा निकालने के लिए कश्यप परिवार का तिलिस्म तोड़ने लोकसभा चुनाव की तरह नये चेहरे के तौर पर नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान जिला अध्यक्ष रुपसिंह मंडावी को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है रुपसिंह मंडावी को बस्तर की राजनीति की धुरी कश्यप परिवार को माना जाता है उसके बावजूद इस प्रकार की अफवाह कौन फैला रहा है कि केदार -दिनेश दोनों की चुनावी महत्त्वकांक्षा होने के कारण रुपसिंह पर दांव लगाया जा सकता है।क्योंकि यह बात चल रही है कि ऐन-केन प्रकरेण सत्तारूढ़ होने भाजपा का खाका तैयार हो रहा है।