कोंटा के सिलगेर में 65 मौतों के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार : कश्यप दर्जनों आदिवासियों कि मृत्यु के बाद भी नहीं जागा प्रशासन
जगदलपुर। आदिवासियों की जान के प्रति छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार कितनी लापरवाह है, इसका एक जीता जगता उदहारण कोंटा विकास खंड के सिलगेर में देखने को मिला है। इस गांव में एनीमिया जैसी बीमारी से 65 आदिवासियों की मृत्यु हो गई और मुख्यमंत्री नये जिलों के गठन के जश्न में मगन रहे। ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस सरकार इन मौतो का जश्न मना रही है।
उक्त आरोप पूर्व मंत्री तथा प्रदेश भाजपा छत्तीसगढ़ के प्रवक्ता केदार कश्यप ने लगाए हैँ। इन मौतों को ले कर उन्होंने प्रदेश सरकार को जमकर घेरा है। श्री कश्यप ने सुकमा जिले के कोंटा विकासखंड के सिलगेर में हुई 65 मौतों के लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराते हुए , कहा है कि राज्य सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैये की वजह से ग्रामीणों की मौत हुई है । कश्यप ने कहा कि सुकमा में शासन प्रशासन पूरी तरह फेल हो चुके है। लापरवाही का आलम ये है कि एनीमिया जैसी बीमारी का इलाज भी नही हो पा रहा है । राज्य सरकार के तमाम दावों के बावजूद ये बात स्पष्ट हो चुकी है कि सिलगेर सहित अन्य ग्रामों में ग्रामीण मूलभूत स्वास्थ सुविधाओं से बस्तर के आदिवसी वंचित हैँ। कश्यप ने कहा कि सिलगेर में हुई मौतों पर प्रशासन सच्चाई छुपा रहा है। स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए कहा जा सकता है कि पूरा प्रशासन मामले की लीपापोती में लगा हुआ है । एक ही गांव में 65 मौतों से पूरे सुकमा जिले में हाहाकार मचा हुआ है और पूरा सिस्टम लकवाग्रस्त हो चुका है । कश्यप ने कहा कि आदिवासियों के दम पर सरकार बनाने वाली कांग्रेस पार्टी ने सुकमा के सिलगेर में आदिवासियों की मौत के बावजूद न तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने और ना ही उनके किसी मंत्री ने सिलगेर के आदिवासियों की सुध ली है। उन्होंने आरोप लगाया है की सिलगेर में हुई मौतों के तथ्यों को छुपाने के लिए उल्टे सीधे स्वांग रचे जा रहे हैं। ये पूरा मामला जांच का विषय है। सरकार सिलगेर मामले की स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवाकर जिम्मेदार अधिकारियों के ऊपर कठोर से कठोर कार्यवाही करे। उन्हों ने आरोप लगाया है की काग्रेस सरकार की लापरवाही आदिवासियो की मौत के लिए जिम्मेदार है। कश्यप ने कहा है कि राज्य सरकार ने न केवल लापरवाही बरती है, बल्कि पीड़ित आदिवासियों की सुध लेने के बजाये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नये जिलों के गठन के जश्न में मशगूल रहे। उल्लेखनीय है कि अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी आदिवासियों की मौत के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार को जम कर घेरा था।