अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बस्तर द्वारा बस्तर जिले के शिक्षा विभाग के अधीन शिक्षकों की पदोन्नति एवं पदस्थापना में हुई जमकर भ्रष्टाचार को लेकर जांच हेतु जिला कलेक्टर को स्कूली शिक्षा मंत्री एवं राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा | जिला संयोजक साहनी ने बताया कि
समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया में लगातार खबरें प्रकाशित हों रही हैं कि शिक्षकों की पदोन्नति एवं पदस्थापना को लेकर विभाग में अफसरों द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया हैं जिसमें जिले के अफसर से लेकर स्कूली शिक्षा विभाग के उच्च अफसर तक शामिल है|
अपने आप को जनजाति हितेषी बताने वाली हां सरकार उनके प्राथमिक शिक्षा में खिलवाड़ करते हुए उनके जीवन को अंधकारमय करना चाहती है शिक्षा विभाग में करोड़ों घोटाला करती है और जब भांडा फूटता है तो उसका ठीकरा बीईओ पर डाल दिया जाता है एक तरह से शिक्षा विभाग को कमाई का जरिया बनाया गया है मालूम हो कि भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ होने के बाद विगत सितंबर माह में एक संयुक्त संचालक के ऑप्शन आत्महत्या कर ली थी जिसके बाद यह मामला सामने आया था जब विवाद बढ़ गया तो जांच कमेटी बैठाई गई हैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला कलेक्टर के माध्यम से स्कूल शिक्षा मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, राज्यपाल महोदया छ.ग.शासन एवं मुख्य सचिव शिक्षा विभाग के नाम ज्ञापन सौंप कर जल्द से जल्द जांच कर जो भी प्रशासनिक अधिकारी इस भ्रष्टाचार में शामिल हो उन पर सख्त कार्रवाई की मांग की | ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रदेश सह मंत्री निखिल मरावी, जगदलपुर नगर मंत्री यश ध्रुव, शैलेश ध्रुव, लुप्तेश्वर ठाकुर, कमलेश नाग, शंकर शर्मा, रूपसाय बघेल, विशाल कश्यप, प्रेम, उदय ठाकुर बंसी नाग, भरत कश्यप एवं अन्य कार्यकर्ता उपस ।