कुसुमकसा के जनपद सदस्य संजय बैस सहित व्यापारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर नेशनल हाईवे 930 के निर्माण में बरती जा रही लापरवाही और उड़ती धूल से हो रही परेशानी से अवगत कराया था। साथ ही अगर डामरीकरण शुरू नहीं किया गया तो 11 अप्रैल को आंदोलन की चेतावनी दी गई थी ।उनके इस चेतावनी को प्रशासन ने गंभीरता से लिया और ज्ञापन सौंपने के 2 घंटे के भीतर डामरीकरण शुरू कर दिया गया। कुसुमकसा क्षेत्र में आने वाले सड़क पर डामरीकरण कर दिया गया है। अब इससे कुसुमकसा वासियों को काफी राहत मिली है। ज्ञापन पर तत्काल पहल करने पर जनपद सदस्य संजय बैस ने शासन प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है। साथ ही मीडिया का भी आभार जताया है। जिन्होंने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने संबंधित निर्माण एजेंसी को भी धन्यवाद प्रेषित किया है। जिन्होंने डामरीकरण कार्य तत्काल शुरू करवाया। वहीं जनता ने जनपद सदस्य की इस सक्रियता की सराहना की। वही जनपद सदस्य संजय बैस ने कहा कि चूंकि ज्ञापन के बाद डामरीकरण का कार्य प्रारंभ हो गया है। इसलिए हमने कल 11 अप्रैल को प्रस्तावित चक्का जाम स्थगित कर दिया है।
बता दें कि आज ही कुसुमकसा के ग्रामवासी व व्यापारी संघ के सदस्यों ने जनपद सदस्य संजय बैस के नेतृत्व में नेशनल हाईवे 930 के अनियमित निर्माण व शीघ्र डामरीकरण की मांग करते हुए एसडीएम डौंडी को कलेक्टर बालोद के नाम ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में बताया गया कि कैसे
प्रमुख रूप से मार्ग में उड़ती हुई धूल व ठेकेदार की मनमानी से सभी ग्रामवासी व रोड किनारे व्यवसाय करने वाले दुकानदार व्यापार व स्वास्थ्य समस्यों से जूझ रहे है। कोरोना के पुनः वापसी व धूल के कणों से सर्दी खांसी व संक्रमण के मरीज़ बढ़ रहे है।
सभी समस्याओं को शासन प्रशासन को अवगत कराने हेतु एवं सुधार नही होने की स्थिति में चक्काजाम करने की सूचना देने के लिए ज्ञापन सौंपा गया था। अधिकारी के समक्ष जनपद सदस्य संजय बैस,व्यापारी संघ अध्यक्ष प्रकाश चंद जैन,मोतीलाल जैन,कमलेश्वर सिन्हा,आशीष जैन,कमलकांत साहू,जसराज जैन,दिनेश जैन तथा ग्रामीण एवं व्यापारी ने उपस्थित होकर ज्ञापन सौंपा था।
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