रविशंकर शुक्ल विवि बना इसरो स्टार्ट प्रोग्राम का नोडल सेंटर

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  • स्पेस टेक्नोलॉजी का शुरुआती ज्ञान मिलेगा राज्य के यंगस्टर्स को

जगदलपुर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को अतरिक्ष अनुसंधान के लिए प्रेरित करने के वास्ते एक कार्यक्रम चला रहा है। इसे स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी अवेरनेस ट्रेनिंग या स्टार्ट नाम दिया गया है ।यह कार्यक्रम पोस्ट ग्रेजुएट और ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए है और स्पेस टेक्नोलॉजी के शुरुआती ज्ञान को समझने में सहायता करेगा। यह कार्यक्रम छात्रों को इस दिशा में करियर बनाने में मदद करेगा। इसमें विज्ञान के भौतिकी, रसायन, तकनीकी क्षेत्र से इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल, अप्लाइड फिजिक्स, रेडियो फिजिक्स, ऑप्टिक्स और ऑप्टो इलेक्ट्रॉनिक्स, इंस्ट्रूमेंटेशन आदि विषयों के विद्यार्थी सम्मिलित हो सकते हैं। इसरो ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड फोटोनिक्स अध्ययनशाला की अध्यक्ष प्रोफेसर कविता ठाकुर को इस प्रोग्राम का कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया है। डॉ. प्रोफेसर कविता ठाकुर इस कार्यक्रम की विभिन्न गतिविधियों के तहत अभ्यर्थी चयन, ट्रेनिंग संचालन व्यवस्था, इवैल्यूएशन और अन्य मदद छात्रों को इसरो के सहयोग से उपलब्ध कराएगी। इस साल यह कार्यक्रम जून से जुलाई माह में एक महीने के लिए संचालित होगा। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में 20 से 25 ऑनलाइन व्याख्यान दिए जाएंगे। प्रोग्राम के अंत में ऑनलाइन टेस्ट होगा। इस टेस्ट में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को इसरो हेडक्वार्टर बैंगलोर द्वारा सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

यंगस्टर्स को मिलेगा करियर ग्रोथ

डॉ. कविता ठाकुर ने बताया कि इससे विद्यार्थियों को करियर ग्रोथ मिलेगा। कुलपति प्रो. सचिदानंद शुक्ला के मार्गदर्शन में यह बड़ी उपलब्धि यूनिवर्सिटी को मिल पाई है।कुलसचिव शैलेंद्र पटेल का भी सहयोग मिला है। इस विशेष प्रोग्राम में छत्तीसगढ़ की सभी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स भाग ले सकते हैं।