- 20 जून को रथयात्रा में उमड़ेगा बस्तर के श्रद्धालुओं का जनसैलाब
- गोंचा पर्व में 25 को शामिल होंगे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
जगदलपुर 360 घर अरण्यक ब्राह्मण समाज अनवरत 616 वर्षों से चली आ रही अपनी रियासतकालीन परंपरा का निर्वहन करते हुए इस वर्ष भी 4 से 28 जून तक बस्तर गोंचा महापर्व का आयोजन कर रहा है। 4 जून को देवस्नान पूर्णिमा चंदन जात्रा पूजा विधान के साथ बस्तर गोंचा महापर्व का आगाज हो चुका है। भगवान श्री जगन्नाथ अनसर काल की समाप्ति के साथ 19 जून को नेत्रोत्सव पूजा विधान उपरांत 20 जून को बस्तर के पारंपरिक तोप (तुपकी) की गर्जना के बीच गोंचा रथयात्रा पूजा विधान के साथ भगवान श्री जगन्नाथ, माता सुभद्रा व स्वामी के 22 विग्रहों को तीन रथों पर रथारूढ़ कर परिक्रमा उपरांत जनकपुरी गुंडिचा मंडप में विराजित किये जाएंगे। गुंडिचा मंडप में 9 दिनों तक श्रद्धालु भगवान के दर्शन का पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे। इस दौरान 20 से 28 जून तक हर दिन समाज द्वारा विविध धार्मिक, सांस्कृतिक अनुष्ठानिक कार्यक्रमों की परंपरा के निर्वहन की व्यवस्था भी की गई है।गोंचा महापर्व के दौरान रोज संध्या 7.30 बजे भगवान की महाआरती उपरांत भजन-कीर्तन व सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन होंगे। स्थानीय एवं सांस्कृतिक मंत्रालय छत्तीसगढ़ शासन के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति होगी। समाज द्वारा 23 जून को अखंड रामायण पाठ का आयोजन बनमाली पाणीग्रही परिवार जगदलपुर के सौजन्य से किया जाएगा। इसी दिन निशुल्क उपनयन संस्कार का आयोजन समाज के संस्थापक अध्यक्ष स्व. मोहन प्रसाद पाणीग्रही एवं स्व. उमेशचंद्र पानीयाही परिवार जगदलपुर द्वारा किया जाएगा। 24 जून को समाज के बुजुर्गो तथा भगवान जगन्नाथ को सलामी देने हेतु तुपकी बनाने वाले ग्रामीणों का सम्मान किया जाएगा। उसी दिन हेरापंचमी पर संध्या समय जगन्नाथ मंदिर से लक्ष्मीजी की डोली नगर भ्रमण करती हुई जनकपुरी सिरहासार पंहुचेगी, जहां लक्ष्मी-नारायण संवाद का कार्यक्रम होगा। 25 जून को गुंडिचा मंडप सिरहासार में भगवान श्री जगन्नाथ प्रभु को ओंकार पाण्डे परिवार जगदलपुर द्वारा इस भी छप्पन भोग का अर्पण किया जाएगा। गोंचा महापर्व को मेले का स्वरूप प्रदान करने के उद्देश्य से इस वर्ष भी पर्व के दौरान 8 दुकानें स्थापित की जा रही हैं, जहां पूजा सामग्री व सामाजिक धार्मिक वस्तुओं के साथ-साथ भगवान श्री जगन्नाथ को प्रिय भोग प्रसाद भी श्रद्धालुओं के लिएक उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री 25 को शामिल होंगे पर्व में
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को गोंचा महापर्व में सम्मिलित होने हेतु आमंत्रण समाज के प्रतिनिधि मंडल द्वारा बस्तर संभाग के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में दिया गया है। मुख्यमंत्री ने पर्व में छप्पन भोग के शुभ अवसर पर 25 जून को सम्मिलित होने के लिए आश्वस्त किया है। साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रमुख जनप्रतिनिधियों के भी पर्व में शामिल होने की संभावना है। नगर पालिक निगम के सहयोग से गोंचा गुड़ी का निर्माण कराया जा रहा है, जहां पर बैठकर दिव्यांग, वृद्धजन गोंचा महापर्व का आनंद ले सकेंगे। निगम द्वारा गोंचा महापर्व के दौरान शुद्ध पेयजल एवं साफ-सफाई की व्यवस्था भी की जाएगी।
सभी परिवार अर्पित करेंगे सात्विक भोग
शताब्दियों से रियासतकालीन परंपरा के अनुसार भगवान श्री जगन्नाथ को अमनिया सात्विक शुद्ध भोग का अर्पण 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज की 14 क्षेत्रीय समितियों में विभक्त 108 से अधिक ग्रामों में निवासरत समाज के परिवारों द्वारा 21 से 27 जून तक प्रतिदिन भोग लगाने के पश्चात् श्रद्धालुओं को वितरण किया जाएगा। नवीन रथ निर्माण कार्य भी पूर्णता की ओर है, एक रथ के लिए नवीन कपड़ों का निर्माण टेंपल कमेटी जगदलपुर करा रही है। इस वर्ष विद्युत साज-सज्जा के साथ भव्य स्वरूप में रथ संचालन करने की व्यवस्था की गई है।
हल्बी गीत से यूट्यूब में प्रचार
समाज महापर्व को भव्य स्वरूप प्रदान करने हेतु निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में आज प्रेसवार्ता में इस वर्ष बस्तर गोंचा पर्व को देश विदेश तक पहुंचाने के लिए गोंचा पर्व के दौरान प्रमुख कार्यक्रम को समाहित करते हुए “आजी गोंचा तिहार राज बस्तर” नाम से हल्बी गीत प्रसिद्ध गायक दिलीप पांडे, गायिका कोमल साहू एवं संतोष पांडे द्वारा यूट्यूब के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा। समाज के अध्यक्ष ईश्वर नाथ खंबारी ने इसका विमोचन किया। 360 घर अरण्यक ब्राह्मण समाज ने गोंचा महापर्व में सभी समाज, समुदाय के लोगों को महाप्रभु जगन्नाथ के दर्शन लाभ हेतु आमंत्रित किया है। 28 जून को बाहुड़ा गोंचा पूजा विधान के साथ भगवान जगन्नाथ, माता सुभद्रा एवं बलभद्र स्वामी मंदिर लौटेंगे एवं कपाट फेड़ा पूजा विधान में माता लक्ष्मी एवं महाप्रभु श्री जगन्नाथ के मध्य संवाद पश्चात् गर्भगृह में स्थापित होंगे। 29 जून को देवशयनी एकादशी के साथ गोंचा महापर्व का परायण होगा। पत्रकार वार्ता में समाज के अध्यक्ष ईश्वरनाथ खंबारी, गोंचा कमेटी अध्यक्ष ललित पांडे, सुदर्शन पाणिग्रही, आत्माराम जोशी, मुक्तेश पांडे, रवींद्र पांडे, नरेंद्र पाणिग्रही, हेमंत पांडे, बनमाली पाणिग्रही, चिंतामणि पांडे, डिलेश्वर पांडे, परमानंद पांडे, राकेश पांडे, विवेक पांडे, अनंत प्रसाद पांडे, सरिता जोशी, डाकेश्वरी पांडे, आशा आचार्य, गजेंद्र पाणिग्रही, वेणुधर पाणिग्रही, आशु आचार्य, बिंबाधर पांडे, रामानुजन आचार्य, बद्रीनाथ जोशी, राजेश पांडे, प्रशांत पाणिग्रही, भूपेश पाणिग्रही, मोहन जोशी, मिनकेतन पाणिग्रही, शिवनारायण पांडे, चोखालाल पाणिग्रही उपस्थित थे।