- वर्षों से अटके आंगनबाड़ी भवन निर्माण में आई तेजी
- कलेक्टर के निर्देश के बाद आयुक्त ने कसी नकेल
जगदलपुर नगर निगम के जो इंजीनियर और ठेकेदार बीते चार पांच साल से चैन की नींद सो रहे थे, उनकी नींद नगर निगम आयुक्त की सख्ती ने तोड़ दी है। नींद से जागते ही अधिकारी और ठेकेदार रॉकेट जैसी गति से आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण पूरा कराने में जुट गए हैं। शहर में तीन नवनिर्मित आंगनबाड़ी भवनों की चाबी आयुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंप भी दी। वहीं अगले हफ्ते तक अधूरे पड़े छह आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण पूरा हो जाएगा तथा चार नए आंगनबाड़ी भवनों का कार्य शुरू कर दिया गया है एवं शेष 2 भवनो का कार्य जल्द प्रारंभ होगा।
शहर के वार्डों में वर्षों से लंबित आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण कार्य को पूर्ण करने के संबंध में कलेक्टर के निर्देश पर आयुक्त हरेश मंडावी ने निगम के उप अभियंताओं की क्लास लगानी शुरू कर दी। उन्होंने आंगनबाड़ी भवनों एवं अन्य निर्माण कार्यों की लगातार समीक्षा कर कार्यों में तेजी लाने के लिए कड़े तेवर दिखाने शुरू कर दिए। इसका नतीजा यह हुआ कि आधा अधूरा काम करवा कर चुप बैठ चुके नगर निगम के इंजीनियरों और ठेकेदारों को तत्परता दिखाने के लिए मजबूर होना पड़ा।शहर में 6 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण वर्षों से लंबित था। गांधीनगर वार्ड और दलपत सागर वार्ड में वर्ष 2017-18 से स्वीकृत आंगनवाड़ी भवनों का निर्माण लगभग छह वर्ष बीत जाने के बाद भी पूर्ण नहीं हो पाया था। अब जाकर भवन तैयार हुए हैं। इन तीनों आंगनबाड़ी भवनों की चाबी आयुक्त हरेश मंडावी ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को सौंपा भी दी है। शहर के छह वार्डों ने निर्माणधीन आंगनबाड़ी भवन अगले हफ्ते तक बनकर तैयार हो जाएंगे।चार अन्य वार्डो में नए आंगनबाड़ी भवन बनाने का कार्य प्रारंभ हो गया है तथा शेष दो वार्डो में भवन निर्माण आगामी दिनों में प्रारंभ हो जाएगा। पूर्ण हो चुके तीन आंगनबाड़ी भवनों की चाबी गुरुवार को महिला एवं बाल विकास अधिकारी के हवाले की गई। इस दौरान सहायक अभियंता गोपाल भारद्वाज, उप अभियंता अमन नेताम, दीपांशु देवांगन तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।