बस्तर की बेटियों की पुकार सुन ली सहायक आयुक्त अमित भाटिया ने

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  • नाले के गंदे पानी और खुले में नहाने मजबूर थीं कन्या आश्रम सोरगांव की छात्राएं

अर्जुन झा

जगदलपुर बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर से 60 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम सोरगांव के 100 सीटर आदिवासी कन्या आश्रम की छात्राओं की पुकार बस्तर के सहृदय कलेक्टर विजय दयाराम के. और आदिम जाति विकास विभाग के संवेदनशील सहायक आयुक्त अमित भाटिया ने अंततः सुन ली है।. कन्या आश्रम में रहकर पढ़ाई कर रही बेटियों को अब न तो नाले के गंदे पानी में नहाना पड़ेगा और न ही खुले में शौच जाना पड़ेगा। कलेक्टर और सहायक आयुक्त की पहल पर आश्रम में पानी की व्यवस्था के लिए बोर करा लिया गया है। बोर सफल रहा है और उसमें मोटर पंप असेंबल कर दिया गया है।

सोरगांव कन्या आश्रम ड्राई जोन में स्थित है। पहले वहां कई जगह बोर कराए गए, लेकिन पानी नहीं निकला। नतीजतन आश्रम परिसर में बाथरूम और टॉयलेट रहने के बाद भी छात्राओं को नहाने और शौच के लिए आश्रम से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित नाले में जाना पड़ता रहा है। नाले में पानी बहुत ही कम रह गया है और वह पानी काफी गंदा भी हो चला है। फिर भी मजबूर छात्राएं उसी पानी में नहाती रही हैं, दातौन ब्रश करती रही हैं। शौच भी उन्हें नाले के आसपास की झाड़ियों में जाना पड़ता रहा है। छात्राओं के इस दर्द श्रमबिंदु ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित कर जिला प्रशासन तक पहुंचाया था। कलेक्टर विजय दयाराम के. ने सहृदयता दिखाते हुए तत्काल सहायक आयुक्त आदिम जाति विकास विभाग अमित भाटिया को कन्या आश्रम सोरगांव जाकर हालात का पता लगाने और छात्राओं की तकलीफ दूर करने निर्देशित किया। विभाग के स्कूलों, आश्रमों,छात्रावासों के विद्यार्थियों के हितों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहने वालेसहायक आयुक्त अमित भाटिया बिना पल भी गंवाए सीधे सोरगांव पहुंच गए। वहां उन्होंने आश्रम अधीक्षिका और छात्राओं से चर्चा की। इसके बाद जिला प्रशासन एवं आदिम जाति विकास विभाग ने रिंग मशीन भेजकर आश्रम से कुछ दूर बोर कराया। सौभाग्यवश बोर सफल रहा और वहां पर्याप्त पानी निकला है। बोर में मोटर पंप भी असेंबल करवा लिया गया है। अब बोर से कन्या आश्रम तक पाईप लाईन बिछाकर आश्रम में पानी की आपूर्ति की जाएगी। अब मासूम बेटियों को खुले में न स्नान करना पड़ेगा और न ही शौच जाना पड़ेगा। सोरगांव के ग्रामीणों, आश्रम की छात्राओं और उनके पालकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इन सभी ने कलेक्टर विजय दयाराम के. और सहायक आयुक्त अमित भाटिया के प्रति आभार व्यक्त किया है।

तीसरी आंख के ऑपरेशन की जरूरत

सौ सीटर कन्या आश्रम सोरगांव में 7 वर्ष से 14 वर्ष आयु वर्ग की 78 छात्राएं रह रही हैं। सहायक आयुक्त ने उनकी सबसे बड़ी दिक्कत तो दूर कर दी है। अब एक और दिक्कत दूर हो जाए, तो छात्राओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो जाएगी। दरअसल बाहरी तत्वों की आवाजाही और छात्राओं की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए आश्रम में शासन ने तीसरी आंख की व्यस्था कर रखी है, लेकिन यह तीसरी आंख भी दृष्टि दोष का शिकार हो गई है। कन्या आश्रम में सुरक्षा गार्ड, चौकीदार तैनात किए गए हैं।सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है, लेकिन एलईडी स्क्रीन नहीं लगाई गई है। इस वजह से सीसीटीवी कैमरा (तीसरी आंख) किसी काम का नहीं रह गया है। कैमरे में कैद होने वाली तस्वीरों को देख पाना संभव नहीं हो पा रहा है। अगर वहां एलईडी स्क्रीन लगा दी जाए, तो बेहतर होगा।

अब नहीं होगी छात्राओं को दिक्कत:भाटिया

सहायक आयुक्त अमित भाटिया ने कहा है कि आश्रम में पानी की व्यवस्था के लिए बोर करा लिया गया है, जो सक्सेस रहा है। बोर में मोटर पंप लगाया जा रहा है। बोर से पाईप लाईन के जरिए सीधे कन्या आश्रम में पानी पहुंचेगा। अब बेटियों को दिक्क़तों का सामना नहीं करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि अमित भाटिया अपनी संवेदनशीलता के चलते आदिवासी विद्यार्थियों के बीच मसीहा के रूप में प्रतिष्ठित हो चुके हैं। कुछ दिनों पहले ही दरभा के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के छात्र खराब भोजन परोसे जाने को लेकर सड़क पर उतर आए थे। तब भी आदिम जाति विकास विभाग बस्तर के सहायक आयुक्त अमित भाटिया तुरंत हरकत में आ गए थे। उन्होंने अधीक्षक और प्रिंसिपल को पदमुक्त कर दिया। वहींं बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम के. नेश्री भाटिया के प्रतिवेदन के आधार पर अधीक्षक को निलंबित भी कर दिया। सहायक आयुक्त अमित भाटिया का कहना है कि आवासीय विद्यालयों, छात्रावासों और आश्रमों में रहकर पढ़ाई कर रहे बच्चों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भोजन से लेकर किसी भी प्रकार की शिकायत यदि आती है तो संबंधित कर्मचारी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। अमित भाटिया ने आगे कहा यदि बच्चों को किसी प्रकार की समस्या आती है तो वे व्यक्तिगत रूप से उनके मोबाइल नंबर 9479258222 पर कॉल कर सकते या व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना दे सकते हैं।