दल्लीराजहरा:- आंख बंद कर सोए हैं बी.एस.पी क्षेत्र में कार्यरत सी.आई.एस.एफ के सुरक्षा कर्मी लगातार बी.एस.पी. क्षेत्र में चोरी की घटनाए बढ़ रही है। चोरों के हौसले इतने बुलन्द हैं कि वे अब दिन में भी बी.एस.पी. क्षेत्र से लोहा, डीजल एवं केबल चोरी करने लगें है।ऐसा ही एक मामला घटना कल सुनने को मिली जिसमें माईस क्षेत्र के अन्दर दो जगह डीजल चोरी की का मामला सुनने में आया।
यहां पर यह बताना भी लाजमि होगा कि बी.एस.पी क्षेत्र में चोरो के हौसले बढने के पीछे सुरक्षा में लगे सी.आई.एस एफ के जवानों की ड्युटी माईस क्षेत्र को सुरक्षित करने से ज्यादा अधिकारियों एवं कार्यालय की सुरक्षा में लगा रखा गया हैं। जहां माईस ऑफिस कार्यालय में अधिकारियों के पास आम नागरिक अपनी बात रखने या अन्य कार्य से जाने से पहले इस सुरक्षा के किले को भेद पाना असंभव है। इन सुरक्षा कर्मियों की निवेदन एवं उचित कारण बताने के बाद भी इनके द्वारा अनुमति नहीं दी जाती वहीं दूसरी ओर रात और दिन कर अपनी मर्जी से उनकी सुरक्षा गिरा को तोड़कर आसानी से पहुंचकर बड़ी-बड़ी मशीनों के पार्ट्स डीजल एवं केबल आसानी से माइंस कि प्रतिबंधित क्षेत्र से बाहर ले जाकर, बेच रहे हैं।
बीएसपी सुरक्षा व्यवस्था केवल दल्ली राजहरा के नागरिकों को दिखाने के लिए रह गई है बी.एस.पी द्वारा कल भी अपने मनोरजंन व्यवस्था में भी सी.आई.एस.एफ जवानों का लगा दिया गया था । जो सामान्य नागरिको से दुव्यवहार करते नजर आए। किन्तु माईस क्षेत्र में चोरों को इस तरह प्रवेश की छुट है वे कभी इस सुरक्षा किले को भेद खुलेआम चोरी करते है। इन पर सुरक्षाकर्मी आंखों पर पट्टी बंध जाती हैं। वही पुलिस प्रशासन का कहना है कि माईस क्षेत्र में चोरी का सामान पकडने पर अधिकारियों कोई भी कर्मचारी उनकी रिर्पोट लिखाने को तैयार नहीं होता जिससे चोरो का मनोबल बढता है।
चोरो के बीच यह प्रचलित कहावत है कि जब तक माईस है तब तक हमें काम करने की क्या जरूरत । अधिकारियों एवं सी.आई.एस.एफ की आंख में धूल झोकना हमारे लिए बडी बात नहीं । नाम न बताने की शर्त पर एक चोर ने यह बताया की हमारी सेटिंग तो सभी से है। हिस्सा दो और माल लो । यह तो हमारा रोजगार हैं नौकरी के 10-15 हजार से हमारा गुजारा संभव नही है। जब तक माईस है, हमारा काम चलते रहेगा ।यहाँ सभी को अपना हिस्सा चाहिए।