भाजपा सरकार में जनता को लूटने की खुली छूट, सीमेंट की दर में 50 रु. प्रति बोरी वृद्धि गलत: सुशील मौर्य

0
27
  •  प्रेसवार्ता में साय सरकार पर बरसे कांग्रेस नेता मौर्य 

जगदलपुर राजीव भवन में शहर कांग्रेस द्वारा प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया।शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार राज्य की भोली भाली आमजनता को लुट रही है। सीमेंट के दामों में 50 रुपए प्रति बोरी की वृद्धि से यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा सरकार में जनता को लूटने की खुली छूट है। विष्णुभोग के लिए 50 रुपया प्रति बोरा सीमेंट पर अतिरिक्त दाम वसूला जा रहा है। सीमेंट का दाम अचानक 200 से बढ़ाकर 310 रूपए प्रति बोरी कर दिया गया है।

सुशील मौर्य ने कहा कि सीमेंट की कीमत में अचानक 25 प्रतिशत की भारी भरकम वृद्धि भाजपा सरकार की कमीशनखोरी और गुनाफाखोरी का प्रमाण है। सीमेंट उत्पादन के लिए तमाम कच्चा माल, लाइम स्टोन हमारा, कोयला हमारा, जमीन हमारी, बिजली हमारी और हमें ही महंगे दामों पर सीमेंट खरीदने के लिए मजबूर कर रही है भाजपा सरकार। छत्तीसगढ़ सीमेंट का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है, यहां हर माह लगभग 30 लाख टन से अधिक सीमेंट का उत्पादन होता है, पहले केंद्र की मोदी सरकार ने सीमेंट पर 28 प्रतिशत का भारी भरकम जीएसटी लगाया और अब साय सरकार के सरंक्षण में कीमतों में अचानक बढ़ोत्तरी जनता के साथ अन्याय है। हर सर को छत दिलाने का वादा करके सरकार में आई भारतीय जनता पार्टी के शासन में भवन निर्माण की सामग्रियों के दामों में लगातार बेतहाशा वृद्धि हो रही है। रेत के दाम पिछले 9 महीने में चार गुना बढ़ गए, स्टील की कीमतें दुगनी हो गई है और अब सीमेंट के दाम में 50 रूपए प्रति बोरी की वृद्धि से गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवारों के अपने घर के सपनों पर करनी चोट है। पीएम आवास योजना पर भी विपरीत अररर पड़ेगा। श्री मौर्य ने कहा कि देश और प्रदेश के विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर, निर्माण में सीमेंट एक अहम घटक है, सीमेंट के दाम में वृद्धि से न केवल निजी बल्कि सरकारी प्रोजेक्ट में भी निर्माण लागत बढ़ जाएगी। पुल पुलिया, बांध, सीसी रोड, भवन निर्माण कार्य प्रभावित होंगे, रियल एस्टेट सेक्टर में भी नकारात्मक प्रभाव निश्चित है।रोजगार पैदा करने में कृषि के बाद रियल इस्टेट दूसरा सबसे बड़ा सेक्टर है। सीमेंट की कीमत में अचानक वृद्धि से रियल एस्टेट व्यवसाय की कमर टूट जाएगी, लाखों की संख्या में लोग बेरोजगार हो जाएंगे। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार के समय सीमेंट, स्टील, रेत के दाम नियंत्रित थे। अब भाजपा सरकार के अनुचित सरक्षण में सीमेंट कंपनियां निरंकुश हो चुकी हैं।जनता को लुटने का कोई अवसर डबल इंजन की सरकार नहीं छोड़ रही है। क्रूड ऑयल इंटरनेशनल मार्केट में आज 2014 की तुलना में लगभग आधा है, फिर भी डीजल और पेट्रोल के दाम दुगुना वसूला जा रहा है। भूखंडों के रजिस्ट्री में 30 प्रतिशत की छूट प्रदेश की भाजपा सरकार ने खत्म कर दी है। बिजली का बिल दुगुना आने लगा है और अब सीमेंट की कीमते बढ़ाकर चारों तरफ से महंगाई की मार जनता पर पड़ रही है। श्री मौर्य ने कहा कि कांग्रेस पार्टी यह मांग करती है कि सीमेंट पर 50 रूपए प्रति बोरी की भारी भरकम मूल्य वृद्धि वापस ली जाए, और सीमेंट को आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कमोडिटी की तय सूची में शामिल किया जाए। प्रेसवार्ता में नगर निगम अध्यक्ष कविता साहू, नेता प्रतिपक्ष उदयनाथ जेम्स, वेंकट राव, रविशंकर तिवारी, पार्षद विक्रम सिंह डांगी, महामंत्री ज़ाहिद हुसैन, निकेत झा, कोषाध्यक्ष असीम सुता, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष ग्रामीण नीलम कश्यप सहित अन्य मौजूद रहे।