ट्रांसपोर्टरों की लड़ाई का फायदा मिल मालिकों ने उठाया, घाटे में ट्रांसपोर्टर

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  • भाड़ा कम होने से नुकसान हो रहा है ट्रांसपोर्टरों का

जगदलपुर।स्थानीय पत्रकार भवन में बस्तर परिवहन संघ एवं झाड़ेश्वर समिति नगरनार के सदस्यों ने कहा कि मिल मालिक ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े लोगों की आपसी लड़ाई का फायदा उठा रहे हैं और बस्तर के ट्राला व्यवसायियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

बस्तर परिवहन संघ एवं झाड़ेश्वर समिति नगरनार द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान बीपीएस अध्यक्ष अमर सिंह सियाल ने कहा कि नगरनार स्टील प्लांट की स्थापना बस्तर के लोगों के हित के लिए की गई है, किंतु उनके हितों की अनदेखी की जा रही है। स्टील प्लांट की शुरुआत हुई थी, उस दौरान परिवहन का रेट तीन 3100 रुपए हैदराबाद के लिए तथा रायपुर के लिए 1450 रुपए तय किया गया था। आज व्यापारियों ने हैदराबाद के लिए 1300 रुपए तथा रायपुर के लिए 950 रुपए तय कर दिया है। यह सीधे-सीधे ट्राला व्यवसायियों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है। श्री सियाल ने कहा कि ट्राला व्यवसायियों के साथ वह खड़े हैं तथा माल खरीददारों के विरुद्ध जरूरत पड़ने पर सड़क की लड़ाई भी लड़ी जाएगी। झड़ेश्वर समिति के सचिव रघु मानिकपुरी ने भी इसी प्रकार के वक्तव्य दिए तथा बस्तर परिवहन संघ के सचिव राजेश झा ने भी अपने उद्गार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यह परिवहन व्यवसाय से जुड़े ट्रांसपोर्टरों की आपसी खींचतान का नतीजा है कि ट्राला व्यवसायियों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है और परिवहन से उन्हें कोई लाभ भी नहीं मिल रहा है। अमर सिंह सियाल, रघु मानिकपुरी एवं राजेश झा ने परिवहन से जुड़े व्यवसायियों से कहा है कि अपने हितों के लिए टकराव न करें और एकजुट रहकर सभी एक दूसरे का साथ दें। पत्रकार वार्ता के दौरान झाड़ेश्वर समिति के अध्यक्ष बनमली नाग, झड़ेश्वर समिति एवं बीपीएस के पदाधिकारी श्री विश्वास, सुधा मिश्रा, गीता मिश्रा, रामेश्वर बिसाई, खगेश्वर कश्यप के अलावा बड़ी संख्या में ट्राला परिवहन से जुड़े सदस्य भी उपस्थित थे।