- दुकान संचालक पर लगाए गए आरोप निकले झूठे
बकावंड बस्तर जिले की जनपद पंचायत बकावंड की कई ग्राम पंचायतों में शासकीय राशन दुकानों का संचालन करने के लिए होड़ मची हुई है जिसके कारण अब तक कई राशन दुकानों में धांधली एवं फर्जी शिकायत के बाद राशन संचालक को हटाकर अन्य लोगों को कार्य सौप दिया गया है।
ग्राम पंचायत मरेठा में भी इसी तरह का मामला सामने आया है जिसमें विरोधी गुट द्वारा मरेठा की शासकीय राशन दुकान में पांच वर्षो से भी अधिक समय से कार्यरत संचालक गुमान सिंह सूर्यवंशी के खिलाफ फर्जी शिकायत एवं धांधली का झूठा आरोप लगाकर उसे हटाने की मांग करते हुए जनपद पंचायत एवं खाद्य विभाग में आवेदन प्रस्तुत किया गया था। इस गुट के लोगों द्वारा राशन दुकान का संचालन स्वंय करने की मांग की गई थी। इसी बीच कुछ आसामजिक लोगों द्वारा शासकीय राशन दुकान में अचानक धावा बोल दिया गया, जिससे ग्राम पंचायत में तनाव की स्थिति बन गई। ग्राम पंचायत के सरपंच, पंच एवं प्रबुद्ध वर्ग द्वारा गांव में राशन दुकान को लेकर चल रहे तनाव की स्थिति को देखते हुए पूर्व में कार्यरत दुकान संचालक गुमान सिंह सुर्यवंशी से पूरे मामले और क्रियाकलापों की जानकारी ली गई। ग्रामीणों से भी इस बाबत चर्चा की गई। अंततः गुमान सिंह के कार्यो से संतुष्ट होकर उन्हें यथावत ग्राम पंचायत मरेठा की राशन दुकान के संचालक के रूप में बनाए रखने की मांग एक स्वर में की गई। सरपंच उद्वव राम ने कहा है कि कुछ आसामाजिक तत्वों द्वारा ग्राम पंचायत मरेठा में शासकीय राशन दुकान में उत्पात मचाकर तनाव की स्थिति बनाई गई एवं भ्रांतियां फैलाने का प्रयास किया गया। ग्राम पंचायत द्वारा इन लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि राशन दुकान के पूर्व संचालक से कार्यो की जानकारी लेने पर उसने सभी तरह की सही जानकारी दी। खद्यान्न का वितरण सही मात्रा में ग्रामीणों को किया जा रहा है और न ही ग्रामीणों को इनसे किसी तरह से शिकायत है। असामाजिक तत्वों द्वारा लगाया गया आरोप सरासर गलत पाया गया है, जिसके बाद पूर्व संचालक को राशन दुकान के संचालन की जिम्मेदारी देने का फैसला लिया गया है।