जगदलपुर । दीपावली के पूर्व शहर में फूल बेचने आए एक छात्र पर जानलेवा हमला होने की बात सामने आई है । बकावंड विकासखंड के ग्राम पंचायत महोली के आश्रित ग्राम रामपाल का आदिवासी युवक जो वर्तमान में मूली हाई स्कूल के कक्षा 12वीं का छात्र है। दिपावली के अवसर पर अपने घर में लगाए गेंदे के फूल को बेचने शहर जगदलपुर पहुंचा था अपनी दुकान लगाकर वह कुछ जलपान करने विधायक निवास के समीप एक दुकान पर पहुंचा वहां और अव्यवस्थित रूप से खड़ी कई गाड़ी के कारण अपनी मोटरसाइकिल खड़ी करने के चक्कर में वह कुछ वाहनों से टकरा गया, जिसके फलस्वरूप उक्त वाहन समीप ही एक कार से टकरा गई
कई वाहनों के एक साथ गिरने के कारण उक्त कार जो एक स्थानीय कांग्रेसी नेता की बताई जा रही है उस पर कुछ खरोच लग गई ।इस मामले के कारण उपजे विवाद में उक्त कांग्रेसी नेता जिसे अमरीश राजपूत बताया जा रहा है उसके द्वारा आदिवासी छात्र बाल कुमार कश्यप के साथ मारपीट की गई है ।छोटे से मामले को लेकर उपजा विवाद के इस मामले में हुई मारपीट से उक्त छात्र बालकुमार के पैर की हड्डी टूट गई और हाथ पैर भी में भी चोटें आई है आदिवासी युवक बालकुमार के साथ आए अन्य युवकों द्वारा उसे तत्काल डॉक्टर के पास ले जाकर मरहम पट्टी
कराई गई लेकिन डॉक्टरी जांच में उसके पैर में फ्रैक्चर होना बताया गया ।
उक्त युवक के साथियों ने मामले की गंभीरता को देख देखकर शहर के ही उसके फूफा को सूचना दी और सारे मामले की जानकारी दी ।छोटी सी घटना के कारण अपने रिश्तेदार को स्थानीय नेता द्वारा इतनी बुरी तरह से मारे जाने से क्षुब्ध उन्होंने इस मामले की जानकारी अपने समाज के लोगों को दी तत्काल समाज के लोगों के साथ मिलकर आदिवासी थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई वहां उपस्थित एसडीओपी परपा द्वारा मामला दर्ज कर आगे की जांच का आश्वासन दिया गया |
लेकिन इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित आदिवासी युवक के साथियों का कहना है कि हमने पहले कोतवाली थाना आकर अपना पक्ष रखा और मामले की रिपोर्ट लिखानी चाही किंतु पीछे-पीछे दूसरे पक्ष के लोग हुजूम बना कर मामले को रफा-दफा कराने हेतु लग गए लेकिन इसी बीच स्थानीय आदिवासी नेताओं के हस्तक्षेप करने के बाद कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपी राजपूत के खिलाफ धारा 323, 294, 306 तहत मामला दर्ज कर आदिवासी जनजाति अधिनियम की धारा के तहत कार्रवाई की गई, वहीं इस सारे घटनाक्रम के दौरान मारपीट की घटना को अंजाम देने वाले अमरीश राजपूत द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से यह प्रचारित किया जाता रहा है कि इस सारे मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है उसे जबरन इस घटना से जोड़ा जा रहा है।
इस घटना के कारण अगर कुछ भी प्रतिकूल स्थिति उत्पन्न होती है तो जिला पुलिस अधीक्षक समेत कोतवाली के नगर निरीक्षक ही इसके जिम्मेदार होंगे ।घटना के बाद से लगातार त्योहारी मौसम रहा जिस कारण पुलिस के अधिकारी अपने अन्य सुरक्षा मामले में व्यस्त थे लेकिन जब आज से सारे कार्यालय सामान्य रूप से खुल जाएंगे तब देखना होगा कि इस आदिवासी छात्र युवक जो अपने परिवार के पालन पोषण करने हेतु फूल बेचकर कुछ धन अर्जन करने शहर आया था उस पर इस प्रकार से छोटी सी बात को लेकर शहर के दबंग प्रवृत्ति के लोग मार-मार कर हाल बेहाल कर देते हैं इस पर पुलिस के आला अधिकारी किस प्रकार की कार्रवाई करते है।