बस्तर के विकास में सबसे बड़े बाधक हैं नक्सली, खात्मे के लिए जन सहयोग जरूरी: गृहमंत्री विजय शर्मा

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  • नारायणपुर जिला स्तरीय बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री शर्मा
  • नारायणपुर और ओरछा में खेल मैदान बनाने 50-50 लाख रुपए की घोषणा

जगदलपुर जनजातीय बाहुल्य और माओवाद प्रभावित बस्तर संभाग में खेल के माध्यम से विकास और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा बस्तर ओलंपिक 2024 का आगाज किया गया है। इस आयोजन को लेकर युवाओं में विशेष उत्साह देखा गया, जिसमें सुदूर गांवों से आए युवा अपने खेल कौशल का प्रदर्शन करते दिखाई दिए। मुख्यमंत्री साय ने इस पहल को जनजातीय संस्कृति और पारंपरिक खेलों के संरक्षण के साथ ही युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया है।

इसी के तहत बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले में जिला स्तरीय बस्तर ओलंपिक प्रतियोगिता का आयोजन 22 से 23 नवंबर तक किया गया। प्रतियोगिता का आयोजन नारायणपुर के परेड ग्राउंड और खेल परिसर में हुआ। इसमें जिले के खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आज जिला स्तरीय बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के गृह, जेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विज्ञान, प्रौद्योगिकी मंत्री एवं उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला स्तरीय ओलंपिक में जीतने वाले खिलाड़ियों को 5 से 10 दिसंबर तक जगदलपुर में आयोजित होने वाले संभाग स्तरीय बस्तर ओलंपिक में जीतने के लिए उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि बस्तर को विकसित करने के लिए अंदरुनी गांव तक सड़़क, पुल पुलिया, आंगनबाड़ी, स्कूल, पेयजल, बिजली, मोबाईल टावर लगाए जाएंगे। बस्तर की तस्वीर को बदलने का कार्य मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में किया जा रहा है। बस्तर को माओवाद से मुक्त बनाने में आप सभी की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि माओवादियों ने बस्तर की जनता को विकास से अलग रखने का मंसूबा बना लिया है, जिसके कारण अब तक अंदरूनी गांवों तक स्कूल, सड़क, पुल पुलिया और पेयजल की सुविधा नहीं पहुंच पाई है। नक्सली बस्तर के बच्चों को अशिक्षित बनाए रखना चाहते हैं। उनके मंसूबों को सफल होने नहीं देंगे 31 मार्च 2026 तक बस्तर संभाग को माओवाद मुक्त बनाने का संकल्प हम सब को लेना पड़ेगा। गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि माओवादियों का डटकर सामना करने के लिए हमें आगे आना होगा। बस्तर को शांत अंचल, प्रगतिशील, उन्नतीशील और विकसित बनाने में योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि बस्तर की संस्कृति और परंपरा को बचाए रखने के लिए हम सबको आगे आने की आवश्यकता है। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि बस्तर के खिलाड़ियों में एक अद्भुत प्रतिभाएं हैं, जिसको निखारने के लिए बस्तर ओलंपिक के रूप में एक अच्छा अवसर मिला है। आप लोग अच्छा प्रदर्शन कर खेल को आगे बढ़ाएं। बस्तर में प्रचुर मात्रा में जल जंगल जमीन है उसको संरक्षित कर अपने जीवन को आगे बढ़ाने के लिए योगदान दें। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ के पहुंच विहीन क्षेत्र में सड़क, पुल पुलिया, पेयजल, स्कूल, आंगनबाड़ी, उप स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया जा रहे हैं। शीघ्र ही अबूझमाड़ मुख्य धारा से जुड़ने लगेगा। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने ओरछा और नारायणपुर में 50-50 लाख रूपये से खेल मैदान बनाने की घोषणा की।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के द्वारा बस्तर ओलंपिक 2024 के जिला स्तरीय विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण किया। उन्होंने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ जीवन में खेल भी महत्वपूर्ण होता है। इसलिए खेल में लक्ष्य निर्धारित कर अपने जीवन को आगे बढ़ाने के लिए परिश्रम करना आवश्यक है। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप गांव की प्रतिभाओं को निखारने का अच्छा समय मिला है इस अवसर का फायदा उठाते हुए राज्य स्तर तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित कर खेल के क्षेत्र में आगे बढ़े। खिलाड़ियों को हमेशा खेल भावना के साथ खेलकर अनुशासन का परिचय देना चाहिए। उन्होंने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि अबूझमाड़ क्षेत्र के बच्चों ने मलखम्भ खेल का हुनरबाज बनकर देश के कई शहरों में प्रदर्शन किया और अपने अबूझमाड़ का नाम रोशन किया है। आयोजन में सहभागिता प्रदान करने वाले खिलाड़ियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्तकर्ता खिलाड़ी को पुरस्कार स्वरूप मोमेंटो, ट्राफी, प्रमाण पत्र और गणवेश वितरित किए गए। आयोजन में भाग लेने वाले समस्त प्रतिभागियों को समहभागित प्रमाण पत्र प्रदाय किया गया।