- छ.ग.पीसीसी चीफ दीपक बैज जी के निर्देश में बस्तर संभाग सहित प्रदेश कांग्रेस के नेतागण व कार्यकर्ता भी इंद्रावती बचाओ अभियान में होंगे शामिल..
- विभिन्न सामाजिक संगठन, व्यापारीगण सहित अन्य राजनीतिक दल व शहरवासी को भी इस अभियान का बनना चाहिए हिस्सा
जगदलपुर आज भाजपा की डबल इंजन सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते बस्तर का लोकतांत्रिक अधिकार खतरे में व बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी सूखने के कगार पर है.जिसको लेकर आगामी 28 अप्रैल से कांग्रेस बस्तर के प्रभावित किसानों के साथ मिलकर इंद्रावती को बचाने हेतु बड़ी लड़ाई लड़ने को तैयार है..छत्तीसगढ़ पीसीसी चीफ दीपक बैज जी के निर्देश पर बस्तर संभाग सहित प्रदेश कांग्रेस के नेतागण व कार्यकर्ता भी चित्रकोट के लोहंडीगुड़ा से लेकर जगदलपुर तक का विशाल पदयात्रा कर इंद्रावती के अस्तित्व को बचाने,किसानों के हुए फसल नुकसान हेतु मुआवजे,बस्तर में बढ़ते भीषण जलसंकट सहित अन्य महत्वपूर्ण मांगो को लेकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर इस निरंकुश,जनविरोधी, पर्यावरण विरोधी, किसान विरोधी और कुंभकर्णीय नींद में सोई भाजपा सरकार को जगाने का कार्य करेगी…उक्त बातें बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही है ।
शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा भाजपा सरकार बस्तर की सुंदरता के साथ खिलवाड़ बस्तर के जल जंगल जमीन के साथ खिलवाड़ कर रही है..बस्तर के लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने व उनके अधिकार के साथ बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी को बचाने समस्त सामाजिक संगठन, किसान, व्यापारीगण सहित अन्य राजनीतिक दल व शहरवासी को भी इस विशाल पदयात्रा अभियान का हिस्सा बनना चाहिए
पिछले कई दिनों से इंद्रावती से सटे प्रभावित किसान इंद्रावती नदी में पानी की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं, फिर भी किसानों की मांग को अनसुना किया जा रहा है,जल संसाधन मंत्री बस्तर से है,भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बस्तर से हैं जो कि स्वयं जगदलपुर के विधायक हैं वर्तमान स्थिति में चार एनीकेट पूरी तरह से सूख चुके हैं, मटनार बैराज और देउरगांव बैराज को प्रशासनिक स्वीकृति ये सरकार नहीं दे रही है और ना ही ओडिशा सरकार पर खातिगुड़ा डैम से पानी छोड़ने दबाव बनाया जा रहा है..इन सभी मुद्दों को लेकर कांग्रेस बस्तर में सिंचाई सुविधाओं में विस्तार,इंद्रावती नदी में प्रस्तावित मटनार, देहरगांव, नगरनार बैराज पर जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ करने,किसानों को फसल नुकसान का सर्वेक्षण कर मुआवजे जैसे आदि महत्वपूर्ण मांगों को लेकर प्रभावित किसानो के साथ मिलकर 28 से 29 अप्रैल तक का विशाल पदयात्रा व 30 अप्रैल को कलेक्ट्रेट घेराव कर बड़ी लड़ाई लड़ेगी और इस निरंकुश व कुंभकर्णीय नींद में सोई भाजपा सरकार को जगाने का कार्य करेगी…