सुशासन तिहार 2025: प्रणिता साहू को एक आवेदन पर मिला मनरेगा जॉब कार्ड,

0
13
  • आवेदन पर त्वरित कार्रवाई होेने पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का जताया आभार

बालोद, 28 अपै्रल 2025  सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत बालोद जिले के ग्राम कुरदी की ग्रामीण महिला प्रणिता साहू ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत जॉब कार्ड के लिए आवेदन किया था। उनके आवेदन पर प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे जॉब कार्ड बनाकर प्रदान किया गया। इस उपलब्धि के लिए श्रीमती प्रणिता साहू ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है।

उल्लेखनीय है कि सुशासन तिहार 2025, राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक त्वरित और पारदर्शी तरीके से पहुंचाना है। इस अभियान के तहत ग्राम कुरदी में आयोजित शिविर में प्रणिता साहू ने मनरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन किया था। मनरेगा के अंतर्गत ग्रामीण परिवारों को रोजगार प्रदान किया जाता है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। प्रणिता साहू ने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है, और मनरेगा जॉब कार्ड उनके लिए रोजगार का एक महत्वपूर्ण साधन बनेगा। उन्होंने कहा कि ’सुशासन तिहार’ के माध्यम से मेरा आवेदन तुरंत स्वीकार किया गया और मुझे जॉब कार्ड प्रदान किया गया। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और प्रशासन की आभारी हूँ। यह जॉब कार्ड मेरे परिवार की आजीविका को बेहतर बनाने में मदद करेगा।

सुशासन तिहार 2025 के तहत बालोद जिले में ग्रामीण क्षेत्रों के अनेक पात्र व्यक्तियों को मनरेगा जॉब कार्ड, अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ, और आवश्यक दस्तावेज प्रदान किए जा रहे हैं। ग्राम कुरदी में आयोजित शिविर में भी सैकड़ों ग्रामीणों ने विभिन्न योजनाओं के लिए आवेदन किए। आवेदन पश्चात् निराकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर सुशासन तिहार के के माध्यम से प्रत्येक पात्र व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से प्रदान करने कार्य किया जा रहा है। प्रणिता साहू जैसे अनेक ग्रामीणों के लिए मनरेगा जॉब कार्ड न केवल रोजगार का एक साधन है बल्कि यह उनकी आत्मनिर्भरता और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। सुशासन तिहार 2025 के तहत इस तरह की पहल से छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और समृद्धि की नई उम्मीद जाग रही है।