World Social Work Day :
विश्व सामाजिक कार्य दिवस एक उत्सव है जिसका उद्देश्य सामाजिक कार्यों की उपलब्धियों को उजागर करना , समाजों के भविष्य के लिए सामाजिक सेवाओं की दृश्यता को बढ़ाना और सामाजिक न्याय और मानव अधिकारों की रक्षा करना है। हर साल, विश्व सामाजिक कार्य दिवस मार्च के तीसरे मंगलवार को मनाया जाता है , यह एक ऐसा उत्सव है जो सामाजिक कार्यकर्ताओं के कैलेंडर में सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ पूरे विश्व में जश्न मनाने और व्यक्तियों, परिवारों, समुदायों को पेशे के योगदान को बढ़ावा देने के लिए एक उच्च बिंदु बन गया है।
दिनांक 16 मार्च 2021 को बस्तर विश्वविद्यालय जगदलपुर में भी विश्व सामाजिक कार्य दिवस मनाया गया इस अवसर पर समाज कार्य अंतरविष्वविद्यालयिन परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस परिचर्चा में बस्तर विश्वविद्यालय से मुख्य अतिथि के रूप में माननीय प्राध्यापक एस.के सिंह (कुलपति BVV ) ,समाज कार्य विभाग के मुख्य डॉ. विनोद कुमार सोनी , उद्घोषक श्री दीनानाथ यादव (अतिथि संकाय BVV) , अतिथि वक्ता श्रीमती तूलिका शर्मा (अतिथि संकाय BVV) एवम् 100 से भी अधिक छात्र छात्राओं ने भाग लिया इसके साथ ही अन्य विश्वविद्यालय से मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में प्राध्यापिका श्रीमती प्रतिभा जैन मिश्रा (गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर ) , प्राध्यापिका श्रीमती प्रीति मिश्रा ( HOD MSW DEPARTMENT GOVT. J. Yoganandam Chhattisgarh College Raipur) , प्राध्यापक श्री निस्तार कुजूर (पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर) की उपस्थिति में समाज कार्य के बदलते आयाम एवम् उनकी भूमिका के विषय पर चर्चा की गई |
जिसमें अतिथि वक्ता निस्तार कुजूर जी ने समाज के विकास में स्वदेशी समाज कार्य की आवश्यकता पर चर्चा की जिसमें उन्होंने कहा कि समाज के सर्वांगीण विकास हेतु स्वदेशी समाज कार्य की आवश्यकता है जिसके माध्यम से समुदाय के संसाधनों को ही प्रबंध करके उन्हें सामाजिक समस्याओं के समाधान हेतु व्यवस्थित कार्यवाही करने की प्रक्रिया है जो कि वर्तमान में अति आवश्यक है इस संबंध में मुख्य अतिथि वक्ता श्रीमती प्रतिभा जैन मिश्रा ने भी कहा कि जब तक समुदाय के संसाधनों को व्यवस्थित रूप से नहीं समझेंगे या संसाधनों को व्यवस्थित ढंग से प्रविधि के रूप में उपयोग नहीं करेंगे तब तक इन चीजों का लेखन कार्य नहीं किया जा सकता न ही ना ही इनका दस्तावेजी करण किया जा सकता है और जब तक इनका दस्तावेजी करण या इन्हें संग्रहित नहीं किया जाएगा तब तक इन्हें किसी अन्य क्षेत्र में उपयोग में लाने में असक्षम होंगे अतः समुदाय के संसाधनों को सहज करके रखना आवश्यक है जिससे इनका वृहद रूप में उपयोग किया जा सके उक्त बातें प्रतिभा जैन मिश्रा जी ने निस्तार कुजूर जी के बातों को मजबूती प्रदान करने के लिए रखीं साथ ही प्रतिभा जैन मिश्रा जी ने पाठ्यक्रम तथा समाज कार्य की प्रविधियों के बारे में बातें रखी तथा प्रकृति के साथ समन्वय ,सामाजिक बाधाओं को रोकने में कानून की प्रभावी पहल , समाज में युवाओं की भूमिका , एकीकृत समाज कार्य पर अपनी बातें रखीं तथा प्रीति मिश्रा ने व्यक्ति को समाज कार्य अपने स्वयं के घर से शुरुआत करने की आवश्यकता पर चर्चा की तथा इसके साथ ही परिवार की विशेषताओं को बताया तथा तूलिका शर्मा जी ने वर्तमान समय में व्यवसायिक समाज कार्य पर अपनी बातें रखी निस्तार कुजूर जी ने समूह कार्य के इतिहास को बताते हुए बदलते आयामों के लिए औद्योगिक कारणों की विवेचना की विभिन्न समाज कार्य संस्थानों का प्रारंभ वृद्ध आश्रम अनाथ आश्रम युवा कल्याण संस्था परामर्श केंद्र खोलने की आवश्यकता तथा बस्तर के घोटुलो के बारे में कहा कि घोटूल भी एक समाज कार्य का अंग है तथा आंगनबाड़ी भी एक समाज कार्य है जहां पर बच्चों को शिक्षा दी जाती है पोषण दिया जाता है गर्भवती महिलाओं को उनके स्वस्थ रहने की जानकारी दी जाती है और ग्रामीण लोगों को समाज कार्य में जोड़ने की बात कही |
इसके साथ ही परिवार तथा युवा वर्ग को एक दूसरे की बात समझने की आवश्यकता एवं विहान प्रोग्राम योजना ,NCC ,NSS रेड क्रॉस, सोशल मीडिया द्वारा रक्त दाताओं की पूर्ति पर चर्चा की तथा उद्घोषक श्री दीनानाथ यादव ने उद्देश्यों को बताते हुए अंतरविष्वविद्यालयिन समाज कार्य संघठन मिलकर एक साथ आए और छत्तीसगढ़ में समाज कार्य के व्यवसायिक गुणों को स्थापित करने के लिए एक committee बनाने की पहल पर चर्चा की गई जिसको सर ने मजबूती से रखा इस प्रस्ताव पर चारों विश्वविद्यालय के संस्थानों द्वारा सहमति दी गई और इस तरह से कार्यक्रम को प्रत्येक माह में आयोजन करने की बात पर चर्चा की जिससे विद्यार्थियों को अवसर मिलेगा समाज कार्य के शैक्षणिक गुणों में मजबूती आएगी बाह्य विशेषज्ञों के रूप में विश्वविद्यालयों के बीच आपसी संबंध बनेंगे समाज कार्य स्रोत की संभावनाओं पर विकास होगा बस्तर के बच्चे हायर एजुकेशन के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय और रविशंकर जैसे बड़े विश्वविद्यालय के साथ जुड़ सकते हैं तथा वहां की लाइब्रेरी में विजिट कर सकते हैं यह सभी बातें प्रस्ताव में पारित की गई हैं उक्त बातें दिन मंगलवार दिनांक 16 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक कार्य दिवस पर समाज कार्य अंतरविष्वविद्यालयिन परिचर्चा पर रखी गई जिसमें तीन विश्वविद्यालय एवं एक महाविद्यालय संस्था की सहभागिता से कार्यक्रम संपन्न किया गया।
महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हुए
1) छत्तीसगढ़ में समाज कार्य के व्यवसायिक गुणों को स्थापित करने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर समिति बनाने का प्रस्ताव रखा गया।
2) प्रत्येक माह प्रथम सप्ताह में समाज कार्य अंतरविश्वविद्यालयीन परिचर्चा का आयोजन करने का प्रस्ताव रखा गया।
3) बस्तर के बच्चों को समाजकार्य meaaaa हायर एजुकेशन के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय तथा पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय जैसे बड़े विश्वविद्यालय के साथ जुड़ने के अवसर मिलेगा ।
4) पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय तथा गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी व filed work प्रैक्टिकम में सहयोग करने पर प्रस्ताव रखा गया।
5) समाज कार्य से संबंधित महाविद्यालय विश्वविद्यालयों के बीच आपसी समन्वय रखने पर प्रस्ताव रखा गया।