मसीह समाज ने मनाया पुनरुत्थान दिवस

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जगदलपुर।महामारी के समय लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर एक एक व दो-दो की संख्या में ओहो प्यारो मसीहा जिया है, चलो दर्शन को चले यह गीत गाते हुए कब्रिस्तान में प्रवेश कर अपने पूर्वजों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शांति नगर स्थित मसीह कब्रिस्तान में सुबह से ही लोगों का आना प्रारंभ हुआ, सभी मास्क लगाए हुए हाथ को सेनीटाइज कर दूर से ही सबको जय मसीह की ईस्टर पर्व पुनरुत्थान दिवस की बधाइयां हाथ जोड़ कर दे रहे थे। अपने प्रिय जनों की कब्रो में फूल बुके अगरबत्ती मोमबत्ती जलाकर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे थे। बढ़ती महामारी को देखते हुए दूर से ही ईस्टर पर्व की बधाई दे रहे थे। मसीहसमाज को चर्च में आराधना की अनुमति जिला प्रशासन से नहीं मिलने पर मसीह विश्वासी ऑनलाइन मीटिंग चलाकर अपने विश्वासियो को ईस्टर पर्व का संदेश चर्च के पासबानो ने दिया एवं छत्तीसगढ़ के अमन चैन के लिए दुआ मांगी।मसीही विश्वासी अपने घर में ही आराधना कर दुआ प्रार्थना किए। ईस्टर पर्व के उपलक्ष में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को महामारी के कारण रद्द कर दिया गया।

मसीह विश्वास के अनुसार गुड फ्राइडे के दिन यीशु मसीह को गलगत्ता नाम की पहाड़ी में क्रूस पर लटका दिया गया था और उनके प्राण निकल गए थे तब अरमीतिया के युसुफ ने यीशु मसीह की लोथ को सुगंध द्रव्य लगाकर कब्र में रखा और रोमी सिपाहियों के द्वारा कब्र पर पहरा दिया गया, एक भारी पत्थर कब्र के मुंह पर रख दिया गया तीसरे दिन जब मरियम मतदलनी और सलोमी और अन्य महिलाएं कब्र पर यहूदी नीति के अनुसार सुगंध द्रव्य मलने आई तब उन्होंने देखा की कब्र का पत्थर लुड़का हुआ है और यीशु मसीह की देह वहां नहीं है

स्वर्ग दूतों ने उनसे कहा वह जीवित है तुम उसे मरे हुए में क्यों ढूंढती हो इसके बाद यीशु मसीह अपने चेलों को भी दिखाई दिए उसी की याद में ईस्टर पर्व अर्थात पुनरुत्थान दिवस एक बड़े पर्व के रूप में सारे संसार के मसीही विश्वासियों के द्वारा मनाया जाता है । इस संबंध में मसीह समाजके छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं संभागीय पदाधिकारी रत्नेश बेंजमिन ने बताया कि मसीही विश्वासियों का विश्वास है कि मसीही जी उठा है ।आज सुबह से ही शांति नगर स्थित मसीह कब्रिस्तान एवं हाटकचोरा स्थितमसीह कब्रिस्तान में ईसाई धर्मावलंबी सुबह से ही फूल माला लेकर अगरबत्ती लेकर मोमबत्ती जलाकर अपने प्रिय जनों को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे थे।