छत्तीसगढ़ में गली गली में सचिन वाझे की तर्ज पर प्रदेश सरकार के वसूली एजेंट कर रहे हैं काम- जितेन्द्र वर्मा
दुर्ग जिले सहित संपूर्ण छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी की गंभीर स्थिति के लिए कांग्रेस सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए भाजपा विधायक दल के स्थायी सचिव जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी के संक्रमण की तेज गति और गंभीर स्थिति में प्रदेश की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के बचाए सरकार के मुखिया भूपेश बघेल की रुचि गांधी परिवार की भक्ति करने में ज्यादा है। सीएम के गृह जिले में ही विगत 7 दिनों में 100 से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आकर काल कवलित हो चुके है लेकिन सीएम छत्तीसगढ़ की जनता के प्रति उत्तरदायित्व से विमुख होकर अपने आलाकमान को खुश करने और राहुल गांधी का भविष्य बचाने की कवायद में असम में जाकर 100 से ज्यादा सीटें कांग्रेस को जिताने में जुटे है। प्रदेश की 2.5 करोड़ भोली भाली जनता का जीवन दांव में लगाकर सीएम महीनों चुनाव प्रचार में बाहर है। सीएम का यह आचरण बेहद धिक्कार योग्य है। हर बात पर केंद्र सरकार को कोसने के बजाय इस समय कोरोना महामारी से बचाव, रोकथाम, टेस्ट लेब बढ़ाने, हेल्थ वर्करों की आपात भर्ती, सघन टीकाकरण हेतु ग्राउंड लेवल की मजबूत तैयारी की जानी चाहिए थी लेकिन सीएम ने यहां की जनता को अधिकारियों के भरोसे बेसहारा मरने को छोड़कर असम में चुनाव प्रचार करना ज्यादा उचित समझा। सीएम द्वारा मोदी सरकार से मुफ्त में मिले वैक्सीन में अपना फोटो प्रचार में लगा कर सस्ती लोकप्रियता पाने का प्रयास किसी से छिपा नहीं है।
भाजपा विधायक दल के स्थायी सचिव जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी की घातक स्थिति होने के बावजूद रोड सेफ्टी इंटरनेशनल क्रिकेट मैच आयोजित करवाना ना केवल एक अदूरदर्शी निर्णय था बल्कि पूरे प्रदेश को एक बार फिर कोरोना महामारी की चपेट में लाने वाला कदम था। इसी टूर्नामेंट से सचिन तेंदुलकर, इरफान पठान सहित 4-4 दिग्गज खिलाड़ी भी कोरोना पॉजिटिव हुए। जिस प्रकार भारत इंग्लैंड के बीच इंटरनेशनल टी-20 मैच बिना दर्शकों कराया गया उसी प्रकार छत्तीसगढ़ में भी रोड सेफ्टी इंटरनेशनल मैच सीरीज को बिना दर्शकों के करवाया जा सकता था परंतु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की हठधर्मिता के कारण मैचों का दर्शकों सहित आयोजन कराया गया और अनावश्यक रूप से स्टेडियम की क्षमता से दुगने लोगों को दर्शक के रूप में इकट्ठा करके कोरोना वायरस का जबरदस्त प्रसार करवाया गया। यह बेहद दुखद है कि सरकारी संरक्षण में कोरोना वायरस का प्रसार हुआ। रायपुर, दुर्ग और पाटन से बड़ी संख्या में दर्शक रोड सेफ्टी इंटरनेशनल मैच में शामिल हुए जिसके कारण ही इन क्षेत्रों में वायरस का जबरदस्त फैलाव हुआ है और बड़ी संख्या में लोगों की जीवन की क्षति हुई है। मुख्यमंत्री स्वयं पाटन के विधायक हैं और अब तक पाटन विधानसभा में ही कोरोना से 40 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और हजारों लोग गांव गांव में कोविड पॉजिटिव पाए जा रहे है लेकिन मुख्यमंत्री ने अब तक अपने खुद के विधानसभा की भी कोई सुध नहीं ली है।
जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ऑन लाइन शराब बिक्री और होम डिलीवरी से आय बढ़ाने हेतु परिवहन और भंडारण के लिए शराब की लिमिट 5 लीटर तक करके पूरे प्रदेश को नशे की जकड़ में डालने की मानसिकता से काम कर रही है। प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ की जनता को शराब के नशे में डुबाकर छत्तीसगढ़ की शांति और कानून व्यवस्था को पूरी तरह से बर्बाद करने पर तुली है।
जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार आडंबर दिखाने के लिए किसान को अन्नदाता पुकारती है और उसके नाम पर न्याय योजना का ढिंढोरा भी पिटती हैं लेकिन वास्तविकता में उन्हीं किसानों से रकम वसूलने का टारगेट पटवारी स्तर तक के लोक सेवक को देकर रखी है, जैसे महाराष्ट्र में करोड़ों रुपयों की वसूली का टारगेट पुलिस विभाग को दे रखा है उसी प्रकार छत्तीसगढ़ में प्रत्येक विभाग के प्रत्येक अधिकारी को वसूली का टारगेट प्रदेश सरकार ने दे रखा है, यहाँ तक कि पटवारी जैसे छोटे स्तर के लोक सेवक को भी वसूली टारगेट दिया गया है, इस अवैध वसूली के कारण मानसिक रूप से त्रस्त होकर किसान आत्महत्या जैसे कदम उठाने के लिए मजबूर है। महाराष्ट्र की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में गली-गली में सचिन वाझे बैठा है। स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस केवल लूट और वसूली के लिए ही सत्ता में बैठी है, जो अधिकारी वसूली टारगेट पूरा नहीं कर पाते उन्हें कुछ महीनों में ही बदलकर ट्रांसफर कर दिया जाता है और यही कारण है कि ट्रांसफर उद्योग पिछले ढाई सालों से अनवरत जारी है।
छत्तीसगढ़ की जनता कांग्रेस सरकार से हर अन्याय, वादाखिलाफी और लापरवाही का पूरा हिसाब लेगी।