भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिलाध्यक्ष ( बालोद ) विक्रम धूर्वे ने भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार पर टीकाकरण अभियान की नीति एवं प्रबंधन पर जमकर निशाना साधा।उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान के अंतर्गत 45 वर्ष आयु से ऊपर के लोगों प्रथम चरण कोविड सिल्ड वैक्सीन का प्रथम डोज़ लगवाया था किंतु आज 42 से 45 दिन हो जाने के बाद भी टीका सेंटरों का चक्कर लगाना पड़ रहा है प्रथम डोज में कोविड सिल्ड टीका लगा है दूसरी डोज में भी कोविड- शील्ड वैक्सीन टीकाकरण केंद्रों में उपलब्ध नहीं होने के कारण दूसरी डोज के लिए भटकना पड़ रहा है जबकि दूसरी डोज डॉक्टरों से पूछने पर पता चला है कि दोनों डोज लगभग 53 दिन के अंदर ही वैक्सीन लगने से टीकाकरण का लाभ रहेगा ।
सरकार अधिक आयु वर्ग के तथा 45वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दूसरे डोज़ की बारी आई तो सरकार की पॉलिसी पर सवालिया निशान लग गया है और टीकाकरण का प्रबंधन लड़खड़ा गया है।सरकार की फेल पॉलिसी के कारण लोगो को कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा है यहाँ तक की 18 वर्ष से 44 वर्ष तक की आयु के वर्ग के लिए हाई कोर्ट आदेश के बाद ही टीकाकरण की प्रक्रिया में सुधार करना पड़ा ऐसे में यह समझ में नहीं आ रहा है कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार टीकाकरण की प्रक्रिया में कब गंभीर होगी प्रथम चरण में भी गंभीर ना होने के कारण लाखों की संख्या में वैक्सीन खराब हुई लोग लगातार कोरोना संक्रमण से मर रहे हैं और छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार कुंभकरण की नींद में सोई है जल्द ही कोई अगर त्वरित निर्णय नहीं लिया गया तो लाखों की संख्या में लगाए हुए प्रथम डोज में हुआ
कोविड- शील्ड लगाए हुए नागरिक दूसरी डोज के लिए भटकते रह जाएंगे भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष विक्रम धूर्वे ने पूछा है मुख्यमंत्री जी प्रथम लहर जब कोरोना की आयी थी तब आप और आप के मंत्री ने कोरोना नियंत्रण को लेकर बहुत वाहवाही लूटी थी आज जब प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर आयी है तो सब मंत्री गहरी नींद में चले गए है अब 45 वर्ष से अधिक वाले दूसरी डोज के लिए कहां जाएं आप बताइए ये कैसी व्यवस्था है अब आप के मंत्रियों,विधायको किस बिल में दुबक कर बैठे हैं यह उनकी नैतिक जिम्मेदारी नही बनती की टीकाकरण सेंटरो की जानकारी प्राप्त कर स्थिति को सामान्य करें |