जगदलपुर… छत्तीसगढ़ की राजनीति के सबसे खराब दिन कहे जाने वाले 25 मई 2013 की घटना आज तक लोगों को याद है जिसे भुला पाना संभव नहीं है जहां परिवर्तन यात्रा से लौट रहे कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं के अलावा पुलिस के साथी और अन्य लोग नक्सलियों की साजिश में फंसकर अपनी जान गवां बैठे | घटना के इतने सालों के बाद भी आज तक जान गंवाने वाले लोगों को न्याय नहीं मिल पाया है उस भीषण घटना के बाद कई परिवार बिखर गए तो कई लोगों के घर का चिराग हमेशा के लिए बुझ गया जिसकी कमी को पूरा कर पाना किसी के लिए भी संभव नहीं है |
इन्हीं शहीदों को नमन कर बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा जनपद के अध्यक्ष और क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी महेश कश्यप ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शहीदों के योगदान को अमूल्य करार दिया है उन्होंने आगे कहा कि अगर उस दौर में यह घटना नहीं घटी होती तो परिवर्तन यात्रा के तुरंत बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में निश्चित तौर पर कांग्रेस की सरकार बनती इसके अलावा उन्होंने शहीद हुए लोगों और उनके परिजनों को न्याय दिलाने की बात भी कही |
साथ ही साथ उनके इस योगदान को अध्यक्ष महोदय ने अविस्मरणीय बताया आगे उन्होंने कहा कि शहीदों के योगदान को समूचे बस्तर क्षेत्र की जनता के साथ साथ छत्तीसगढ़ की जनता कभी नहीं भूलेगी |