- उमरादाहा स्कूल में लगाई गई यातायात की पाठशाला
- स्कूली बच्चों एवं आम नागरिकों को यातायात नियमों के पालन करने की किया गया अपील
पुलिस अधीक्षक बालोद डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव के निर्देशन पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर उप पुलिस अधीक्षक राजेश बांगडे के मार्गदर्शन में एवं निरीक्षक दिलेश्वर चंद्रवंशी के नेतृत्व में यातायात कार्यालय बालोद में नेत्र एवं स्वास्थ्य जांच शिविर का लगाया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देष्य ठंडी मौसम का आ जाने से होने वाले मौसमी बीमारी का चेक करने के लिए पुलिस अधिकारी/कर्मचारीयों जो ड्यूटी में व्यस्तता होने के कारण अपना नियमित स्वास्थ्य जांच नहीं करवा पाते उनका पुलिस विभाग के द्वारा स्वास्थ्य जांच किया गया, ताकि वे ड्यूटी के दौरान एवं अपने निजी जीवन में स्वस्थ्य रहे और अपने कर्तव्यों का निर्वाहन अच्छी तरह से कर सकें। इस शिविर में जिला चिकित्सालय बालोद के नेत्र एवं स्वास्थ्य अधिकारीयों द्वारा यातायात पुलिस एवं साइबर सेल बालोद के लगभग 30-35 अधिकारी एवं कर्मचारीयो ने नेत्र एवं स्वास्थ्य जांच कराया गया जांच के दौरान 05 अधिकारीयों/कर्मचारीयों के शुगर बीपी अधिक होने से डॉक्टरों की टीम ने दवाईयां देकर नियमित स्वास्थ्य चेक कराने की सलाह दिया गया। नेत्र जांच में 03 अधिकारीयों/कर्मचारीयों का नेत्र संबंधी परेशानी होने पर चशमा लगाने की सलाह दिया गया। इस कार्यक्रम में निरीक्षक दिलेश्वर चंद्रवंशी प्रभारी साइबर एवं यातायात, जिला चिकित्यालय बालोद के डॉ. लिपि चंद्राकर चिकित्सा अधिकारी, डॉ. डाली शीवांगी आयुष चिकित्सक, किशोर साहू स्टाफ नर्स,चन्द्रप्रकाश मिरी नेत्र सहायक अधिकारी, अभिमन्यु करपाल लैब टेक्नीषियन, मनीष कुमार चंद्राकर वार्डब्वाय व यातायात एवं साइबर के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।
शा.पुर्व माध्यमिक शाला उमरादाह में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्तवाधान में सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा था जिसमें आज यातायात सड़क सुरक्षा के विषय में परिचर्चा हेतु यातायात की पाठषाला लगायी गयी। इस कार्यक्रम के दौरानचेतन सोनकर यातायात स्टॉफ के द्वारा बच्चाों को सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में विस्तार से बताया गया तथा यातायात की कार्य करने के तरीकों के बारे में बताया गया । बालोद पुलिस यातायात नियमों के पालन करने ,तेज गति से वाहन नहीं चलाने, बिना सीट बेल्ट लगाये वाहन नहीं चलाने, दोपहिया वाहन में तीन सवारी बैठाकर नहीं चलने, वाहन चलाते हुए मोबाईल से बात नहीं करने की समझाईष दिया गया साथ ही स्कूली बच्चों को घर जाकर अपने माता-पिता, सहपाठ़ीयों मित्रों, शुभचिंतकांे को भी यातायात नियमों के बारे में जानकारी बॉटने के लिए प्रेरित किया गया। स्कूली बच्चों एवं आम जनता से अपील किया गया कि अपने नाबालिक बच्चों को वाहन चलाने न देवे वाहन चलाते समय सीट बेल्ट एवं हेलमेट अवष्य लगावे।
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