केशकाल:- नगर पंचायत केशकाल के सुरडोंगर वासियों ने शनिवार को मां शितला की पूजा आराधना करके सुरडोंगर वासियों को कोरोना एवं अन्य जानलेवा बिमारियों से बचाये रखने की कामना किया। साथ ही मां शितला के दर पर पहुंचे सुरडोंगर वासियों ने कोरोना एवं ब्लेक फंगस व्हाईट फंगस जैसे फैलते बीमारी और बिगड़ते हालात पर विचार मंथन करते हुए यह निर्णंय लिया की इस वर्ष हम सभी सुरडोंगरवासी वर्षा ऋतु में अपने गांव के श्मसान घाट मुक्तिधाम तालाब खेल मैदान एवं गांव के गली सड़क चौक चौराहे पर पौधा लगायेंगे। पौधा लगाने के लिए किसी भी सरकारी सहायता का मुंह न ताककर खुद गड्ढा खोदेंगे खुद पौधा ढूंढेंगे और पौधा लगाकर उसके सुरक्षित रखते बचाने बढ़ाने की जवाबदेही भी खुद संभालेंगे। इसके साथ शिमला माता मंदिर का जीर्णोद्धार करते वंहा पर पौधारोपण भी मिलजुलकर करेंगे। जिसमें महिलाओ की भागीदारी भी लिया जायेगा।

शमशान घाट व सार्वजनिक जगहों पर पौधरोपण करने का लिया गया संकल्प
बैठक में यह चर्चा के दरम्यान इस बात की ओर ध्यानाकर्षंण किया गया की आज अस्पताल में लोगों को आक्सीजन के लिए तड़पते मरना पड रहा है और अगर वक्त रहते हम सबने प्रकृति से खिलवाड़ करते रहे और अपना फर्ज निर्वाह नहीं किया तो आने वाले कल को हमारे बच्चों को सांस लेकर जिंदा रहने स्वच्छ वायु (आक्सीजन) खरीदने को लाचार होना पड़ सकता है। इस समय पर्यावरण सुरक्षित रखना आम आदमी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि विकास की अंधी आंधी हरियाली को उजाड़ने में जुटी हुई है। आज का युवा पर्यावरण प्रदूषण के दूरगामी परिणामों को समझ नहीं पा रहा है। हमें इसके लिए जनजागरण अभियान चलाना होगा तथा पर्यावरण प्रदूषण के दुष्परिणामों से सावधान करना होगा। हम उन पेड़ो को काट रहे है जो हमे बिना किसी परिश्रम और बिना किसी मूल्य के स्वच्छ ऑक्सीजन देते है, आज के दौर में कोरोना वैश्विक महामारी के सामनेे इंसान असहाय सा हो गया है। प्रकृति से खिलवाड़ करने का नतीजा इतना भयंकर हुआ कि सहज ही मिलना वाला ऑक्सीजन आज बड़ी मशक्कत कर मुश्किल से सिलेंडर में मिल पा रहा है, पेड़ हमें मुफ्त में जीवनदायिनी ऑक्सीजन देते हैं, और जानलेवा कार्बनडाई आक्साइड को अवशोषित करते हैं। वृक्ष अपने हर रूप में मानवों के लिए हितकारी होते हैं। पेड़ पौधों को जीवनदाता कहा जाता है, क्योंकि इनके बिना धरती पर जीवन संभव नहीं है।

इसलिए हम सबको सरकार का और दूसरों के पहल का इंतजार किये बगैर इस बरसात में कंहा पर कौन सा पौधा अपनी तरफ से लगाना है इसकी तैयारी करते अपने इस पुनित – प्रांणदायक- प्रेरक मुहिम से और लोगों को भी जोड़ने की कोशिश अभी से आरंभ कर देना होगा। इस तरह से गंभीरता पूर्वक चिंतन मनन करते हुए यह फैसला लिया गया आगामी रविवार को सुबह 9बजे गांव वाले पौधरोपण हेतु गड्ढा खुदाई का काम आरंभ करने श्मसानघाट मुक्तिधाम में ईकट्ठा होंगे और पूरे गांव में अभियान चलाने और गांव के हर ब्यक्ति की सहभागिता के बारे में सबकी सहमति कार्ययोजना तय करेंगे। सुरडोंगरवासियों ने वर्षा ऋतु आगमन के पूर्व जिस तरह से जागरूकता प्रदर्शित किया है उससे उम्मीद बंधती है की पौधारोपण का यह अभियान लोगों को प्रेरित करने में कामयाब होगा। बैठक में जिला एवं ग्राम पटेल बलराम गौर , सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णदत्त उपाध्याय सेवानिवृत्त रेंजर रामसेवक वेदव्यास देवी समिति एवं ग्राम प्रमुख सरजू राम गौर , एन एस यू आइ जिला अध्यक्ष पितांबर नाग , शाला विकास समिति अध्यक्ष गौरी शंकर ध्रुव भगवानी शोरी नारायण साहू दल्लूराम ध्रुव शितला पुजारी गजानंद मंडावी सहित बहुत बड़ी संख्या में सुरडोंगर वासी उपस्थित रहे।