बस्तर जिले के तोकापाल ब्लॉक की शिक्षिका नीलम शोरी को गुजरात के एडुटर एप में एडुवरीयर के रूप में स्थान मिला। कोरोना काल में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए इन्होंने पदस्थ गांव आंवराभाटा में पालकों से संपर्क स्थापित कर व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ऐसे पालक,युवक-युवतियां जिनके पास एंड्रॉयड मोबाइल है उनको इस ग्रुप में जोड़ा। इस ग्रुप के माध्यम से ऑनलाइन क्लास लेने का प्रयास किया उनके द्वारा 17 ऑनलाइन क्लास लेकर कुल 74 बच्चों को लाभ दिया गया परन्तु ऑनलाइन क्लास में पालकों द्वारा रूचि नहीं दिखाई गई इन सब चुनौतियों के बाद हार ना मानते हुये उनके द्वारा विभिन्न प्रकार की नवाचारी गतिविधियां- शिक्षण संबंधित वीडियो, विज्ञान आधारित खिलौने की वीडियो, कार्टून वीडियो,स्वरचित कहानी को इस ग्रुप में साझा किया जाता है।
पढ़ाई को और रोचक बनाने हेतु पालकों की सहर्ष सहमति से नीलम जी ने गांव के मितानिन के घर एलईडी टीवी लगवाया,बच्चे अध्यापन से संबंधित समस्त गतिविधियां देखते एवं समझते हैं। गांव के युवक- युवतियों से समन्वय स्थापित कर उनसे डिजिटल शिक्षा के माध्यम से शिक्षा देने में सहयोग लिया।
विकासखंड स्तर पर अधिकारियों के मार्गदर्शन पर शिक्षिका ने खुद प्रेरित होकर हल्बी स्थानीय बोली पर बिग बुक का निर्माण किया।
इस कारवां को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने बच्चों के साथ मिलकर रंग- बिरंगे खिलौने बनाये हैं। खिलौने चाहे वह कागज के चाहे मिट्टी के या कबाड़ के सामान के इसी माध्यम से वें बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने का प्रयास कर रही हैं।
तोकापाल के बीईओ बलीराम बघेल, बीआरसी अजय शर्मा,एबीईओ पूनम सलाम एवं बस्तर जिला के एपीसी गणेश तिवारी ने शिक्षिका के कार्यों की प्रसंशा की है।