सेल कर्मियों के वेजरिवीजन पर प्रबंधन के अडियल रवैया के खिलाफ 30 जून को होने वाली हड़ताल को मजबूत बनाने के लिए आज 29 जून को माइंस की संयुक्त यूनियनों ने एक दिवसीय भूख हड़ताल की। जिसमें खदान के तमाम नियमित व ठेका श्रमिकों ने बडी संख्या मे उत्साह के साथ भागीदारी की। पूरे दिन चले इस कार्यक्रम मे श्रमिकों ने प्रबंधन के मजदूर विरोधी रवैया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर उपस्थित श्रमिकों को संबोधित करते हुए, एसकेएमएस के सचिव कमलजीत सिंह मान ने कहा कि सेल प्रबंधन से कई दौर की बातचीत के बावजूद प्रबंधन अपने नकारात्मक रवैये पर कायम है।इसलिए अब हडताल के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है। उन्होनें कहा कि खदान कर्मचारी संघर्ष मे कभी पीछे नहीं रहे हैं। हमने हमेशा सब कुछ लडकर ही हासिल किया है ।इसलिए संयुक्त यूनियनों की घोषणा के.अनुसार 30 जून को खदानों मे भी पूर्ण हड़ताल रहेगी। एसएमएस यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र बेहरा ने कहा की खदानों में संघर्ष की ऐतिहासिक परंपरा के अनुसार 30 जून को सेल के समस्त कर्मियों के साथ खदान के भी सभी कर्मचारी पूर्ण रूप से काम बंद हड़ताल में शामिल होंगे, और इस संघर्ष से हम अपनी मांगों को हासिल कर पाएंगे ।
सीटू के अध्यक्ष प्रकाश क्षत्रिय ने कहा कि इस बार के वेज रिवीजन में प्रबंधन जो गणित हमें समझाने की कोशिश कर रहा है वह पूरी तरह से भेदभाव पूर्ण है अच्छे लाभ की स्थिति में भी कंपनी कर्मचारियों को कुछ नहीं देना चाहती है इसलिए यह भेदभाव पूर्ण रवैया हमें बर्दाश्त नहीं है, और हम हर हाल में संघर्ष के माध्यम से ही अपनी मांगों को हासिल करेंगे। 30 जून को पूरे सेल में एक ऐतिहासिक हड़ताल होगी । सीटू के कार्यकारी अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि सेल प्रबंधन के समक्ष यूनियनों ने बेहद समन्वय के साथ जायज रूप से 15% एमजीबी, 35% पर्क एवं 9% पेंशन अंशदान,पूरा एरियर्स, ठेका श्रमिकों की वेतन वृद्धि की मांग की थी, जो पूरी तरह से कर्मचारियों के लिए आवश्यक है ।लेकिन प्रबंधन ने कर्मचारियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया, और लंबी चली मैराथन बैठक में भी जब कोई परिणाम सामने नहीं आया तो अब हड़ताल ही एक रास्ता है इसलिए पूरे सेल में 30 जून का दिन सेल कर्मियों के लिए बेहद गौरवशाली होने वाला है जब हम प्रबंधन के इस भ्रम को दूर करेंगे कि सेल के कर्मी संघर्ष नहीं करते हैं । इंटक यूनियन के तिलक मानकर ने कहा कि सेल प्रबंधन हर बार की बैठक में अलग-अलग फार्मूले के हिसाब से एमजीबी और पर्क की बात करता है इससे साबित है कि प्रबंधन स्वयं ही कंफ्यूज है, तो इस तरह का कंफ्यूज प्रबंधन निश्चित रूप से हमें भी कंफ्यूज ही करेगा। प्रबंधन को सही रास्ते पर लाने का एक ही तरीका है की 30 जून को सेल में मुकम्मल हड़ताल हो और हम इस दिशा में पूरी तरह आगे बढ़ चुके हैं।
30 जून को खदानों में भी पूर्ण हड़ताल रहेगी। इंटक के प्रदेश सचिव अभय सिंह ने कहा कि सेल कर्मियों की जायज मांगों के लिए इंटक हमेशा कर्मियों के साथ है, और 30 जून की हड़ताल को सफल बनाने में हमारा पूरा योगदान रहेगा । बीएमएस के महामंत्री एमपी सिंह ने कहा कि इस बार सेल के अंदर कर्मियों की जो एकता बनी है वह ऐतिहासिक है और इस एकता को बनाए रखने के लिए हमें 30 जून की हड़ताल को हर हाल में पूर्ण रूप से सफल करना होगा । बीएमएस के ही जिला महामंत्री मुस्ताक अहमद ने कहा कि कोई भी संघर्ष अब केवल नियमित कर्मियों के भरोसे संभव नहीं है इसलिए ठेका श्रमिकों का जब संघर्ष में पूरा साथ है तो निश्चित रूप से ठेका श्रमिकों के बारे में भी हमें चिंता करनी चाहिए, और इनके वेतन भत्ते सुविधाएं बढ़ाने के लिए 30 जून की ही तरह आगे भी खदानों में संघर्ष जारी रहना चाहिए । इसमें बीएमएस पूरी तरह साथ रहेगा। सीएमएसएस यूनियन के अध्यक्ष गणेश राम चौधरी ने कहा कि राजहरा में संयुक्त संघर्ष की एक गौरवशाली परंपरा रही है और इसी परंपरा के तहत 30 जून की हड़ताल में नियमित कर्मियों के साथ खदान के ठेका कर्मचारी भी कंधे से कंधा मिलाकर हड़ताल को पूर्णता सफल करेंगे और इसके बाद ठेका श्रमिकों के मुद्दों पर भी संयुक्त संघर्ष किया जाएगा। आज की भूख हड़ताल में सभी ने एक स्वर में घोषणा की कि 30 जून को लौह अयस्क समूह की सभी खदानें पूर्णतया बंद रहेगी ।इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अशोक.बाम्बेश्वर ने भी अपनी पूरी टीम के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंच कर आन्दोलन को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की। आज के भूख हड़ताल कार्यक्रम का संचालन सीटू के सचिव कामरेड पुरुषोत्तम सिमैया ने किया।आज के इस कार्यक्रम में एसकेएमएस से कमलजीत सिंह मान, राजेंद्र बेहरा, गौतम बेरा, तोरण लाल साहू,उमेश पटेल, सीजी केटी, सीटू से प्रकाश क्षत्रिय, पुरुषोत्तम सिमैया, ज्ञानेंद्र सिंह, सुजीत मुखर्जी, आलोक श्रीवास्तव, विजय शर्मा, इंटक से तिलक मानकर, अभय सिंह बीएमएस से एमपी सिंह, लखन चौधरी, मुस्ताक अहमद, मदन मायती, सीएमएस से गणेशराम चौधरी, शैलेश, राजाराम बरगढ़, सहित भारी संख्या में खदान कर्मचारी उपस्थित रहे ।